भोपाल। तीनों कृषि कानून वापस लेने के लिए चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में मध्यप्रदेश में कांग्रेस लगातार प्रदर्शन कर रही है. मुरैना में खाट महापंचायत के बाद आज कांग्रेस राजधानी भोपाल में राजभवन का घेराव कर रही है. इस प्रदर्शन में कांग्रेस के दिग्गज मौजूद हैं. वहीं कांग्रेस के आंदोलन पर प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसा है.
किसानों के नाम पर एकजुटता की कोशिश
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि घेराव तो राहुल गांधी का होना चाहिए. जो 10 दिन में दो लाख रुपए तक का किसानों का कर्जा माफ ना होने पर मुख्यमंत्री बदलने की बात कह गए थे. 10 दिन के हिसाब से 1 महीने में 3 और 15 महीने में 45 मुख्यमंत्री बनना था लेकिन एक ही रहा. इसलिए घेराव तो राहुल गांधी तो कमलनाथ का करना चाहिए. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस ने घोषणापत्र में कहा था कि 10 दिन में दो लाख तक का कर्जा माफ करेंगे. असल में ये किसानों को बरगलाने की कोशिश नहीं, बल्कि कांग्रेस को एकजुट रखने की कोशिश है. कांग्रेस डूबती हुई नैया है, वहां भगदड़ मची हुई है.
किसान कानून के विरोध में राजभवन घेराव
बता दें दिल्ली में कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस प्रदेश व्यापी आंदोलन चला रही है. कांग्रेस ने जहां कई जिलों में ट्रैक्टर रैली निकाली तो पिछले दिनों मुरैना में किसान खाट महापंचायत का आयोजन किया था. खास बात यह है कि कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता अलग-अलग इलाकों में इस आंदोलन में मेहनत कर रहे हैं. इसी कड़ी में आज राजधानी भोपाल में राजभवन का घेराव किया. जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस के तमाम दिग्गजों इकट्ठे होकर राजभवन का घेराव कर रहे हैं.