भोपाल। प्राइमरी शिक्षक पात्रता परीक्षा (MPTET) के पेपर लीक मामले को लेकर जांच की कार्रवाई जारी है. जिस कंप्यूटर से स्क्रीन शॉट लिए गए, उसे भोपाल मंगा लिया गया है. यह कंप्यूटर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के सागर स्थित ज्ञानवीर कॉलेज से उठाया गया है. इसी कंप्यूटर से एग्जाम के दौरान स्क्रीनशॉट लिए गए थे. कंप्यूटर की जांच बारीकी से की जाएगी. उधर, बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक दिनेश कुमार अग्रवाल लगातार छुट्टी पर बने हुए हैं.
जांच में कई और खुलासे हो सकते हैं : सागर के ज्ञानवीर कॉलेज से कंप्यूटर को जप्त कर प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (PEB)लाया गया है. इस कंप्यूटर की मैपआईटी के अधिकारी जांच करेंगे. जांच के दौरान कंप्यूटर पर डाउनलोड किए गए पेपर का रिकॉर्ड खंगाला जाएगा. माना जा रहा है कि पेपर लीक को लेकर जांच में कई और खुलासे हो सकते हैं. हालांकि जांच कमेटी को जांच के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है. उधर, राज्य शासन ने सीनियर आईएएस मलय श्रीवास्तव को प्रोफेशनल एग्जाम बोर्ड के अध्यक्ष की जिम्मेवारी सौंपी गई है. उन्होंने पीईबी में कार्यभार संभाल किया है.
कई IAS अफसरों की जिम्मेदारियों में बदलाव, विवादों में घिरे पीईबी के अध्यक्ष होंगे मलय श्रीवास्तव
पीईबी के परीक्षा नियंत्रक लगातार छुट्टी पर : प्राइमरी शिक्षक पात्रता परीक्षा का पेपर लीक होने की घटना के बाद भी बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक दिनेश कुमार अग्रवाल लगातार छुट्टी पर बने हुए हैं. वे घटना के बाद भी भी छुट्टी से वापस नहीं लौटे. बताया जा रहा है कि 2 दिन की छुट्टी के बाद उन्होंने फिर अपनी छुट्टी बढ़ा ली है. गौरतलब है कि प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा कराई गई प्राइमरी शिक्षक पात्रता परीक्षा के पेपर का स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. इसको लेकर प्रदेश में खूब सियासी बवाल पैदा हो गया था. कांग्रेस ने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी. हालांकि मामले को गरमाता देख राज्य सरकार ने मामले की जांच मैपआईटी से कराने के आदेश दिए थे. मामले की शुरुआती जांच में सामने आया है कि जो स्क्रीनशॉट वायरल हुआ है, वह परिवहन मंत्री गोविंद सिंह के सागर स्थित कॉलेज ज्ञानवीर से हुआ था. हालांकि परिवहन मंत्री ने सफाई पेश की है कि एग्जाम कराने के लिए एग्जाम एजेंसी ने कॉलेज को हैंडओवर बहुत पहले ही ले लिया था.