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MP में शिवराज का चुनावी दांव, किसान ब्याज माफी दिलाएगी बीजेपी को जीत

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Published : May 15, 2023, 6:33 PM IST

मध्यप्रदेश में चुनावी साल में बीजेपी कांग्रेस की किसान कर्जमाफी के मुकाबले ब्याजमाफी लेकर आई है. रविवार को सागर पहुंचे सीएम शिवराज ने किसानों का 2123 करोड़ रुपए ब्याज माफी का ऐलान किया. वहीं शिवराज के इस ऐलान पर कांग्रेस ने निशाना साधा है.

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बीजेपी नेता का बयान

सागर। जिले के केरबना गांव से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने रविवार को दो किसानों के फार्म भरकर मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना का शुभारंभ किया. इस योजना के तहत मध्य प्रदेश के 11 लाख 19 हजार डिफाल्टर किसानों का 2123 करोड़ रुपए का ब्याज माफ होगा. ब्याज माफी के बाद डिफाल्टर किसान सहकारी समितियों के माध्यम से खाद-बीज खरीद सकेंगे और ऋण की पात्रता होगी. सागर जिले में जहां से योजना की शुरूआत हुई है. यहां सागर जिले के 52 हजार किसानों की 76 करोड़ 79 लाख की राशि माफ होगी. चुनावी साल में भाजपा प्रचारित कर रही है कि कमलनाथ सरकार की कर्जमाफी की झूठी घोषणा के कारण जो किसान डिफाल्टर हो गए थे और सहकारी समितियों के माध्यम से ना खाद बीज ले पा रहे थे और ना ही उन्हें आगे कर्ज मिल रहा था. उन किसानों की समस्या दूर होगी. वहीं कांग्रेस का कहना है कि 18 साल राज करने के बाद शिवराज सिंह को किसानों का एक पैसा माफ नहीं किया और अब कर्ज पर ब्याज माफ कर दानवीर बन रहे हैं. किसानों का कहना है कि योजना से किसानों को भला नहीं होने वाला है, किसानों की फसल नुकसान, बीमा और दूसरी योजना का लाभ किसानों को नहीं दिया जा रहा है.

सागर के केरबना से शुरू हुई योजना: रविवार को सागर के केरबना गांव में प्रदेश के दो लाख रुपए तक के कर्ज वाले 11 लाख 19 हजार डिफाल्टर किसानों की ब्याज की राशि माफ करने की योजना का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शुभारंभ किया. योजना से किसानों का 2123 करोड़ रुपए का ब्याज माफ होगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सागर के प्राथमिक सहकारी साख समिति केरबना के दो किसानों पंचमलाल और जुगरेन्द्र झल्लू का आवेदन भरकर मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना का शुभारंभ किया. सिर्फ सागर जिले के 51 हजार 910 किसानों के ब्याज की राशि 76 करोड़ 79 लाख रुपए माफ की जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार के समय 2018 में ऋणमाफी की उम्मीद में हजारों किसान डिफाल्टर हो गए और खाद बीज लेने से वंचित हो गए. ऐसे दो लाख तक के फसल ऋण वाले किसानों की पीड़ा को राज्य सरकार ने समझा और ब्याज माफी का निर्णय लिया है. आज से प्रदेश की करीब साढे़ चार हजार समितियों में ब्याज माफी के आवेदन भरने का काम शुरू हो गया है. ब्याज माफी के बाद किसान खाद बीज ले सेंकेगे और उन्हें शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलेगा.

किसान कर्जमाफी योजना बनाम ब्याजमाफी योजना:

  1. कमलनाथ सरकार ने 2018 में सरकार बनने पर तीन किश्तों में शुरू की कर्जमाफी योजना.
  2. योजना के तहत प्रदेश में 26 लाख 95 हजार किसानों का 11,600 करोड़ का कर्ज माफ हुआ. विधानसभा में कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह के सवाल के जवाब में कृषि मंत्री कमल पटेल ने विधानसभा में दिया जवाब.
  3. 2023 चुनाव के पहले कमलनाथ ने फिर एलान कर दिया है कि बचे हुए किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा.
  4. कमलनाथ को किसानों से धोखा करने वाला व्यक्ति बताकर शिवराज सरकार ने मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना का ऐलान किया है.
  5. योजना के तहत उन किसानों को कर्ज पर ब्याज माफ किया जा रहा है. जो कर्ज अदा ना कर पाने के कारण डिफाल्टर हो गए हैं.
  6. सरकार का कहना है कि इसका फायदा 11 लाख 19 हजार डिफाल्टर किसानों को मिलेगा.
  7. इस योजना से डिफाल्टर किसानों का 2123 करोड़ का ब्याज माफ होगा.

    क्या कहना है किसानों का: किसान रामकुमार मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना को लेकर कहते हैं कि हम इस योजना को कुछ नहीं मानते है. ब्याजमाफी को कुछ नहीं मानते हैं, हमारा मुआवजा नहीं दिया गया. हमारा सोयाबीन सड़ गया. हमारी उड़द की फसल बर्बाद हो गयी, वो भी मुआवजा नहीं दिया. ना फसल का बीमा दिया और अभी भी हमारा गेंहू बारिश के कारण बर्बाद हो गया. किसानों का पूरा कर्ज माफ होना चाहिए और हम लोगों को गेहूं की फसल का मुआवजा मिलना चाहिए.
    किसान ब्याजमाफी पर किसान का बयान

CM शिवराज आज सागर में, मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना का करेंगे शुभारंभ, कुशवाहा समाज के सम्मेलन में लेंगे हिस्सा

अब भगवान राम के पुत्र लवकुश लगाएंगे बुंदेलखंड में BJP की नैया पार, कुशवाहा समाज को CM की चुनावी सौगात

क्या कहना है भाजपा का: मध्यप्रदेश के डिफाल्टर किसानों के लिए शुरू की गयी मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना को लेकर भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि 2018 में 10 दिन में किसानों की कर्जमाफी का ऐलान करने वाली कांग्रेस 10 दिन नहीं पूरे 15 महीने तक कमलनाथ की कांग्रेस सरकार ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया था. किसानों को धोखा देने और ठगने का काम किया. बैकों में उन्हें डिफाल्टर बना दिया. अब मुख्यमंत्री शिवराज ने उनका ब्याज माफ करने का काम किया है और उन्हें राहत देने का काम किया है. कांग्रेस का चरित्र 70 सालों से किसानों को ठगने और धोखा देने का रहा है.

कांग्रेस का बीजेपी पर तंज

क्या कहना है कि कांग्रेस का: कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता संदीप सबलोक का कहना है कि शिवराज सिंह किसानों के नाम पर पाखंड फैलाने का काम कर रहे हैं. पिछले 18 सालों से आपकी सरकार मध्यप्रदेश में है. आपने 2008 में 50 हजार तक के कर्ज वाले किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा की थी, लेकिन आप इस वादे से मुकर गए. कमलनाथ जब सरकार में आए तो उन्होंने जो घोषणा की थी और संकल्प लिया था कि 2 लाख तक के किसानों के कर्ज माफ करेंगे. हमने अपने पहले चरण में एक लाख रुपए तक के कर्ज किसानों के माफ किए. इस बात को मध्यप्रदेश की विधानसभा में और भाजपा की सरकार ने स्वयं स्वीकार किया है कि लगभग 27 लाख किसानों के कर्ज मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने माफ किए. भाजपा और शिवराज सिंह लगातार ये पाखंड करते आ रहे हैं. अपने आप को किसान का बेटा कहते हैं और किसानों की पीठ पर लाठियां बरसाने और छाती पर गोलियां बरसाने का काम करते हैं. मध्यप्रदेश का किसान अभी बीज के लिए और फसल के बाजिब दाम के लिए परेशान है.

बीजेपी नेता का बयान

सागर। जिले के केरबना गांव से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने रविवार को दो किसानों के फार्म भरकर मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना का शुभारंभ किया. इस योजना के तहत मध्य प्रदेश के 11 लाख 19 हजार डिफाल्टर किसानों का 2123 करोड़ रुपए का ब्याज माफ होगा. ब्याज माफी के बाद डिफाल्टर किसान सहकारी समितियों के माध्यम से खाद-बीज खरीद सकेंगे और ऋण की पात्रता होगी. सागर जिले में जहां से योजना की शुरूआत हुई है. यहां सागर जिले के 52 हजार किसानों की 76 करोड़ 79 लाख की राशि माफ होगी. चुनावी साल में भाजपा प्रचारित कर रही है कि कमलनाथ सरकार की कर्जमाफी की झूठी घोषणा के कारण जो किसान डिफाल्टर हो गए थे और सहकारी समितियों के माध्यम से ना खाद बीज ले पा रहे थे और ना ही उन्हें आगे कर्ज मिल रहा था. उन किसानों की समस्या दूर होगी. वहीं कांग्रेस का कहना है कि 18 साल राज करने के बाद शिवराज सिंह को किसानों का एक पैसा माफ नहीं किया और अब कर्ज पर ब्याज माफ कर दानवीर बन रहे हैं. किसानों का कहना है कि योजना से किसानों को भला नहीं होने वाला है, किसानों की फसल नुकसान, बीमा और दूसरी योजना का लाभ किसानों को नहीं दिया जा रहा है.

सागर के केरबना से शुरू हुई योजना: रविवार को सागर के केरबना गांव में प्रदेश के दो लाख रुपए तक के कर्ज वाले 11 लाख 19 हजार डिफाल्टर किसानों की ब्याज की राशि माफ करने की योजना का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शुभारंभ किया. योजना से किसानों का 2123 करोड़ रुपए का ब्याज माफ होगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सागर के प्राथमिक सहकारी साख समिति केरबना के दो किसानों पंचमलाल और जुगरेन्द्र झल्लू का आवेदन भरकर मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना का शुभारंभ किया. सिर्फ सागर जिले के 51 हजार 910 किसानों के ब्याज की राशि 76 करोड़ 79 लाख रुपए माफ की जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार के समय 2018 में ऋणमाफी की उम्मीद में हजारों किसान डिफाल्टर हो गए और खाद बीज लेने से वंचित हो गए. ऐसे दो लाख तक के फसल ऋण वाले किसानों की पीड़ा को राज्य सरकार ने समझा और ब्याज माफी का निर्णय लिया है. आज से प्रदेश की करीब साढे़ चार हजार समितियों में ब्याज माफी के आवेदन भरने का काम शुरू हो गया है. ब्याज माफी के बाद किसान खाद बीज ले सेंकेगे और उन्हें शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलेगा.

किसान कर्जमाफी योजना बनाम ब्याजमाफी योजना:

  1. कमलनाथ सरकार ने 2018 में सरकार बनने पर तीन किश्तों में शुरू की कर्जमाफी योजना.
  2. योजना के तहत प्रदेश में 26 लाख 95 हजार किसानों का 11,600 करोड़ का कर्ज माफ हुआ. विधानसभा में कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह के सवाल के जवाब में कृषि मंत्री कमल पटेल ने विधानसभा में दिया जवाब.
  3. 2023 चुनाव के पहले कमलनाथ ने फिर एलान कर दिया है कि बचे हुए किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा.
  4. कमलनाथ को किसानों से धोखा करने वाला व्यक्ति बताकर शिवराज सरकार ने मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना का ऐलान किया है.
  5. योजना के तहत उन किसानों को कर्ज पर ब्याज माफ किया जा रहा है. जो कर्ज अदा ना कर पाने के कारण डिफाल्टर हो गए हैं.
  6. सरकार का कहना है कि इसका फायदा 11 लाख 19 हजार डिफाल्टर किसानों को मिलेगा.
  7. इस योजना से डिफाल्टर किसानों का 2123 करोड़ का ब्याज माफ होगा.

    क्या कहना है किसानों का: किसान रामकुमार मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना को लेकर कहते हैं कि हम इस योजना को कुछ नहीं मानते है. ब्याजमाफी को कुछ नहीं मानते हैं, हमारा मुआवजा नहीं दिया गया. हमारा सोयाबीन सड़ गया. हमारी उड़द की फसल बर्बाद हो गयी, वो भी मुआवजा नहीं दिया. ना फसल का बीमा दिया और अभी भी हमारा गेंहू बारिश के कारण बर्बाद हो गया. किसानों का पूरा कर्ज माफ होना चाहिए और हम लोगों को गेहूं की फसल का मुआवजा मिलना चाहिए.
    किसान ब्याजमाफी पर किसान का बयान

CM शिवराज आज सागर में, मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना का करेंगे शुभारंभ, कुशवाहा समाज के सम्मेलन में लेंगे हिस्सा

अब भगवान राम के पुत्र लवकुश लगाएंगे बुंदेलखंड में BJP की नैया पार, कुशवाहा समाज को CM की चुनावी सौगात

क्या कहना है भाजपा का: मध्यप्रदेश के डिफाल्टर किसानों के लिए शुरू की गयी मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना को लेकर भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि 2018 में 10 दिन में किसानों की कर्जमाफी का ऐलान करने वाली कांग्रेस 10 दिन नहीं पूरे 15 महीने तक कमलनाथ की कांग्रेस सरकार ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया था. किसानों को धोखा देने और ठगने का काम किया. बैकों में उन्हें डिफाल्टर बना दिया. अब मुख्यमंत्री शिवराज ने उनका ब्याज माफ करने का काम किया है और उन्हें राहत देने का काम किया है. कांग्रेस का चरित्र 70 सालों से किसानों को ठगने और धोखा देने का रहा है.

कांग्रेस का बीजेपी पर तंज

क्या कहना है कि कांग्रेस का: कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता संदीप सबलोक का कहना है कि शिवराज सिंह किसानों के नाम पर पाखंड फैलाने का काम कर रहे हैं. पिछले 18 सालों से आपकी सरकार मध्यप्रदेश में है. आपने 2008 में 50 हजार तक के कर्ज वाले किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा की थी, लेकिन आप इस वादे से मुकर गए. कमलनाथ जब सरकार में आए तो उन्होंने जो घोषणा की थी और संकल्प लिया था कि 2 लाख तक के किसानों के कर्ज माफ करेंगे. हमने अपने पहले चरण में एक लाख रुपए तक के कर्ज किसानों के माफ किए. इस बात को मध्यप्रदेश की विधानसभा में और भाजपा की सरकार ने स्वयं स्वीकार किया है कि लगभग 27 लाख किसानों के कर्ज मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने माफ किए. भाजपा और शिवराज सिंह लगातार ये पाखंड करते आ रहे हैं. अपने आप को किसान का बेटा कहते हैं और किसानों की पीठ पर लाठियां बरसाने और छाती पर गोलियां बरसाने का काम करते हैं. मध्यप्रदेश का किसान अभी बीज के लिए और फसल के बाजिब दाम के लिए परेशान है.

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