भोपाल। पटवारी परीक्षा में लगे गड़बड़ी के आरोपों को लेकर गठित किए गए आयोग ने जांच शुरू कर दी है. जांच आयोग ने परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले शिकायतकर्ताओं से गड़बड़ी के सबूत पेश करने के लिए कहा है. राज्य सरकार ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज राजेन्द्र कुमार वर्मा को जांच आयोग का अध्यक्ष बनाया है. आयोग ग्रुप 2, सब ग्रुप 4 और पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की जांच कर रही है. आयोग ने इन परीक्षाओं में शिकायतकर्ताओं को शिकायत के संबंध में सबूत पेश करने के लिए दो अलग-अलग तारीखें दी है.
दो अलग-अलग तारीखों को बुलाया: जांच आयोग के अध्यक्ष ने भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की जांच को लेकर नोटिस जारी किया है. इसमें कहा गया है कि "मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित ग्रुप-2, सब ग्रुप 4 और पटवारी भर्ती परीक्षा 2022 के संबंध में शिकायतकर्ता 16 और 17 अगस्त को अपनी शिकायत से जुड़े साक्ष्य सहित उपस्थित हों. भोपाल जिले के शिकायकर्ताओं को 16 अगस्त को सुबह साढ़े 10 बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक का समय दिया गया है. इसी तरह रायसेन, सीहोर और विदिशा जिले के शिकायकर्ताओं को 17 अगस्त का समय दिया गया है. आयोग ने शिकायकर्ताओं को सभी सभी दस्तावेजों के साथ अपनी आईडी प्रूफ यानी पहचान पत्र के साथ कलियासोत डेम स्थित वाल्मी परिसर में बनाए गए जांच आयोग के कार्यालय में पहुंचने के लिए कहा गया है.
पटवारी भर्ती परीक्षा में लगे धांधली के आरोप: पटवारी भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के बाद परीक्षा में धांधली के जमकर आरोप लगे थे. रिजल्ट आने के बाद सामने आया कि ग्वालियर के एक बीजेपी नेता के कॉलेज से टॉप-10 टॉपर्स में से 7 ने जगह बनाई थी. परीक्षा में लेन-देन के आरोप लगे. इसके बाद परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों ने जमकर विरोध किया. कांग्रेस ने भी इसे व्यापमं कांड 3 बताया. चुनावी साल में बढ़ते दवाब के चलते राज्य सरकार ने मामले में नियुक्ति पर रोक लगाते हुए जांच के आदेश दिए थे.