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सरकार करा रही संत समागम का आयोजन, दो हजार से ज्यादा संत होंगे शामिल - नर्मदा नदी न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा

भोपाल में आज एमपी सरकार द्वारा संत समागम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें दो हजार से ज्यादा संत जुटेंगे, इसके साथ में मुख्यमंत्री कमलनाथ और मंत्री पीसी शर्मा भी मौजूद रहेंगे.

एमपी सरकार द्वारा संत समागम का आयोजन
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Published : Sep 17, 2019, 8:21 AM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल में आज राज्य शासन मिंटो हॉल में संत समागम का आयोजन करने जा रहा है. इसमें प्रदेश के लगभग दो हजार संत, पुजारी और महंत शामिल होंगे . समागम के मुख्य वक्ता मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, अध्यात्म मंत्री पीसी शर्मा और नर्मदा नदी न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा होंगे. जिसमें मठ मंदिर सलाहकार समिति अध्यक्ष सुबुद्धानन्द अतिथि होंगे.

एमपी सरकार द्वारा संत समागम का आयोजन


षट दर्शन संत समिति के प्रदेश महासचिव स्वामी नवीनानंद सरस्वती ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर सरकार के सामने 5 सूत्रीय मांग रखने की बात कही है. स्वामी नवीनानंद का कहना है कि संत समाज भी हमारे अन्य समाजों की तरह प्रदेश की जनता का हिस्सा है और जिस तरीके से सरकार की कई योजनाओं का लाभ जनता को मिलता है, उसी तरह से योजनाओं का लाभ संत समाज को भी मिले.
बता दें कि षट दर्शन संत समिति प्रदेश के नदी न्यास के अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा की समिति है. जो संतों के हितों के लिए और प्रदेश की नदियों के संरक्षण के लिए लगातार काम करती है.


संतों के बीच हुए झगड़े को लेकर दी सफाई
संत नवीनानंद ने दिन में संतों के बीच में हुए झगड़े को लेकर सफाई देते हुए कहा कि झगड़ा कहां पर हुआ है उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है लेकिन हो सकता है कि संतों के बीच में किसी बात को लेकर मतभेद उत्पन्न हुए हो और थोड़ी बहुत धक्का-मुक्की हुई हो जिस तरह से आम इंसानों के बीच में थोड़ी कहासुनी हो जाती है वैसी ही कभी-कभी संतों के बीच में भी कहा सुनी हो जाती है इसमें कोई बड़ी बात नहीं है.

भोपाल। राजधानी भोपाल में आज राज्य शासन मिंटो हॉल में संत समागम का आयोजन करने जा रहा है. इसमें प्रदेश के लगभग दो हजार संत, पुजारी और महंत शामिल होंगे . समागम के मुख्य वक्ता मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, अध्यात्म मंत्री पीसी शर्मा और नर्मदा नदी न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा होंगे. जिसमें मठ मंदिर सलाहकार समिति अध्यक्ष सुबुद्धानन्द अतिथि होंगे.

एमपी सरकार द्वारा संत समागम का आयोजन


षट दर्शन संत समिति के प्रदेश महासचिव स्वामी नवीनानंद सरस्वती ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर सरकार के सामने 5 सूत्रीय मांग रखने की बात कही है. स्वामी नवीनानंद का कहना है कि संत समाज भी हमारे अन्य समाजों की तरह प्रदेश की जनता का हिस्सा है और जिस तरीके से सरकार की कई योजनाओं का लाभ जनता को मिलता है, उसी तरह से योजनाओं का लाभ संत समाज को भी मिले.
बता दें कि षट दर्शन संत समिति प्रदेश के नदी न्यास के अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा की समिति है. जो संतों के हितों के लिए और प्रदेश की नदियों के संरक्षण के लिए लगातार काम करती है.


संतों के बीच हुए झगड़े को लेकर दी सफाई
संत नवीनानंद ने दिन में संतों के बीच में हुए झगड़े को लेकर सफाई देते हुए कहा कि झगड़ा कहां पर हुआ है उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है लेकिन हो सकता है कि संतों के बीच में किसी बात को लेकर मतभेद उत्पन्न हुए हो और थोड़ी बहुत धक्का-मुक्की हुई हो जिस तरह से आम इंसानों के बीच में थोड़ी कहासुनी हो जाती है वैसी ही कभी-कभी संतों के बीच में भी कहा सुनी हो जाती है इसमें कोई बड़ी बात नहीं है.

Intro:दो हजार से ज्यादा संत जुड़ेंगे संत समागम मैं मुख्यमंत्री भी रहेंगे उपस्थित

भोपाल | राज्य शासन द्वारा आज राजधानी स्थित मिंटो हॉल में संत समागम किया जा रहा है . इसमें प्रदेश के लगभग दो हजार संत, पुजारी और महंत शामिल होंगे . समागम के मुख्य वक्ता मुख्यमंत्री कमल नाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, अध्यात्म मंत्री पी.सी. शर्मा और नर्मदा नदी न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा होंगे .मठ मंदिर सलाहकार समिति अध्यक्ष सुबुद्धानंद अतिथि होंगे. Body: मध्य प्रदेश के धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग द्वारा आयोजित होने वाले संत समागम की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है. ऐसे में षट दर्शन संत समिति के प्रदेश महासचिव स्वामी नवीनानंद सरस्वती ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर सरकार के सामने 5 सूत्रीय मांग रखने की बात कही है. स्वामी नवीनानंद का कहना है कि संत समाज भी हमारे अन्य समाजों की तरह प्रदेश की जनता का हिस्सा है और जिस तरीके से सरकार की कई योजनाओं का लाभ जनता को मिलता है , उसी तरह से योजनाओं का लाभ संत समाज को भी मिले . इसके लिए हमें अपनी 5 सूत्रीय मांगे तैयार की है. संत समागम के दौरान सरकार को मांगे सौंपी जाएंगी और हम लोग विश्वास करते हैं कि सरकार हमारी मांगे मानेगी.

Conclusion: जब संत नवीनानंद से पूछा गया कि एक और संत है जिनका नाम मुरारी बापू है और वह कंप्यूटर बाबा को संत नहीं मानते हैं उन्हें केवल माला वाला बाबा कहते हैं इसके जवाब में उन्होंने कहा कि सभी मनुष्य हाड मास के ही हैं कोई वृक्ष से पैदा नहीं हुआ है उनके मन में जिस प्रकार के विचार आए होंगे उन्होंने कहे होंगे हम इस बारे में उनसे बाद में बात करेंगे वही दिन में संतों के बीच में हुए झगड़े को लेकर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि झगड़ा कहां पर हुआ है इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है लेकिन हो सकता है कि संतों के बीच में किसी बात को लेकर मतभेद उत्पन्न हुए हो और थोड़ी बहुत धक्का-मुक्की हुई हो जिस तरह से आम इंसानों के बीच में थोड़ी कहासुनी हो जाती है वैसी ही कभी-कभी संतों के बीच में भी कहा सुनी हो जाती है इसमें कोई बड़ी बात नहीं है .


बता दे कि षट दर्शन संत समिति प्रदेश के नदी न्यास के अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा की समिति है. जो संतो के हितों के लिए और प्रदेश की नदियों के संरक्षण के लिए लगातार काम करती है.
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