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MP में कोरोना बढ़ा रहा लोगों की चिंता, राजधानी में 8 मिले पॉजिटव केस - एमपी कोरोना केस

MP Corona Latest Report: एमपी में एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दी है. एक के बाद एक बढ़ते मामले ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. राजधानी भोपाल में 8 एक्टिव केस पाए गए हैं.

MP Corona latest Report
एमपी में बढ़ रहा कोरोना का संकट
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 29, 2023, 3:47 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर से कोरोना ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. देश में साल के आखिरी दिनों में और नए साल के आगमन को लेकर लोगों के घूमने का सिलसिला जारी है. ऐसे में कोरोना के बढ़ते मामलों ने लोगों की चिंता को बढ़ा दी है. हिल स्टेशन, टाइगर रिजर्व, होटल्स से लेकर सभी धार्मिक स्थलों पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. ऐसे में कोरोना के मामले अभी और भी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. राजधानी में वर्तमान में 8 एक्टिव केस हैं. जिसमें गुरुवार को एक साथ पांच कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे, जिसमें से तीन पॉजिटिव एक ही परिवार के हैं. भोपाल के साथ इंदौर में भी चार कोरोना पॉजिटिव मिले हैं.

भोपाल में 8 एक्टिव केस: मध्य प्रदेश में कोरोना के मामले एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहे हैं. राजधानी भोपाल में ही कोरोना के आठ मामले इस समय एक्टिव हैं. जबकि दो लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है और दो लोग अभी अस्पताल में भर्ती हैं. साल 2020 में कोरोना के आने के बाद अगर बात करी जाए तो दिसंबर के महीने में साल 2021 में दिसंबर के महीने में राजधानी भोपाल में पांच मरीज कोरोना से पॉजिटिव थे, जबकि साल 2023 दिसंबर में अभी 8 मरीज एक्टिव केस में है. अभी भी भोपाल के जिला चिकित्सालय में दो मरीज सांस लेने की तकलीफ की वजह से भर्ती हैं.

जबकि दो मरीज स्वस्थ होकर अपने घरों की ओर जा चुके हैं .राजधानी में जो मरीज सक्रिय मिले हैं, उनमें एक सामान्य चीज देखने में यह आई है, अभी तक जितने भी मरीज एक्टिव हुए हैं. उन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन के केवल दो ही डोज लगवाए थे, बूस्टर डोज नहीं लगवाया था.

सीएमएचओ ने दी सलाह: राजधानी भोपाल के सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि 'जिला अस्पताल में ओपीडी में आने वाले सर्दी-खांसी के मरीजों का आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया जा रहा है. कोरोना का यह वैरिएंट ज्यादा खतरनाक नहीं है. चार-पांच दिन में मरीज खुद ठीक हो जाता है. उन्होंने लोगों को सलाह दी है, कि लोगों को अभी मास्क सैनेटाइजर और सामाजिक दूरी का पालन करना चाहिए.

यहां पढ़ें..

अगर किसी रोगी में लक्षण मिलते हैं, तो वह होम क्वारंटीन हो सकता है. चार से पांच दिनों में मरीज ठीक हो जाता है. कोरोना से बचाव के ल‍िए आम जनता को भी जागरुक रहने की जरुरत है. यह वैरिएंट ज्यादा खतरनाक नहीं है, लेक‍िन इसका मतलब यह नहीं की आप अपने स्वास्थ्य की चिंता ना करें. सावधानी से रहें और मास्‍क का उपयोग ज्‍यादा से करें."

भोपाल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर से कोरोना ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. देश में साल के आखिरी दिनों में और नए साल के आगमन को लेकर लोगों के घूमने का सिलसिला जारी है. ऐसे में कोरोना के बढ़ते मामलों ने लोगों की चिंता को बढ़ा दी है. हिल स्टेशन, टाइगर रिजर्व, होटल्स से लेकर सभी धार्मिक स्थलों पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. ऐसे में कोरोना के मामले अभी और भी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. राजधानी में वर्तमान में 8 एक्टिव केस हैं. जिसमें गुरुवार को एक साथ पांच कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे, जिसमें से तीन पॉजिटिव एक ही परिवार के हैं. भोपाल के साथ इंदौर में भी चार कोरोना पॉजिटिव मिले हैं.

भोपाल में 8 एक्टिव केस: मध्य प्रदेश में कोरोना के मामले एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहे हैं. राजधानी भोपाल में ही कोरोना के आठ मामले इस समय एक्टिव हैं. जबकि दो लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है और दो लोग अभी अस्पताल में भर्ती हैं. साल 2020 में कोरोना के आने के बाद अगर बात करी जाए तो दिसंबर के महीने में साल 2021 में दिसंबर के महीने में राजधानी भोपाल में पांच मरीज कोरोना से पॉजिटिव थे, जबकि साल 2023 दिसंबर में अभी 8 मरीज एक्टिव केस में है. अभी भी भोपाल के जिला चिकित्सालय में दो मरीज सांस लेने की तकलीफ की वजह से भर्ती हैं.

जबकि दो मरीज स्वस्थ होकर अपने घरों की ओर जा चुके हैं .राजधानी में जो मरीज सक्रिय मिले हैं, उनमें एक सामान्य चीज देखने में यह आई है, अभी तक जितने भी मरीज एक्टिव हुए हैं. उन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन के केवल दो ही डोज लगवाए थे, बूस्टर डोज नहीं लगवाया था.

सीएमएचओ ने दी सलाह: राजधानी भोपाल के सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि 'जिला अस्पताल में ओपीडी में आने वाले सर्दी-खांसी के मरीजों का आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया जा रहा है. कोरोना का यह वैरिएंट ज्यादा खतरनाक नहीं है. चार-पांच दिन में मरीज खुद ठीक हो जाता है. उन्होंने लोगों को सलाह दी है, कि लोगों को अभी मास्क सैनेटाइजर और सामाजिक दूरी का पालन करना चाहिए.

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अगर किसी रोगी में लक्षण मिलते हैं, तो वह होम क्वारंटीन हो सकता है. चार से पांच दिनों में मरीज ठीक हो जाता है. कोरोना से बचाव के ल‍िए आम जनता को भी जागरुक रहने की जरुरत है. यह वैरिएंट ज्यादा खतरनाक नहीं है, लेक‍िन इसका मतलब यह नहीं की आप अपने स्वास्थ्य की चिंता ना करें. सावधानी से रहें और मास्‍क का उपयोग ज्‍यादा से करें."

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