भोपाल। एमपी में भारत जोड़ो यात्रा के पहले कांग्रेस विधायकों में टूट को लेकर मध्यप्रदेश की सियासत हर दिन नए बयान के साथ गरमाती जा रही है. नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह के बाद अब कृषि मंत्री कमल पटेल (Minister Kamal Patel) का बयान बड़ा बयान सामने आया है. कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि कांग्रेस के कई नेता बीजेपी के संपर्क में है. कांग्रेस की डूबती नाव में अब कोई नहीं रहना चाहता. जिसे भविष्य की राजनीति करनी है वे सब कांग्रेस छोड़ रहे हैं.
कांग्रेस से भगदड़ मचेगी क्या: कांग्रेस विधायकों की टूट को लेकर हर दिन बीजेपी की ओर से एक के बाद एक मंत्री का बयान सामने आ रहा है. अब कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि बीजेपी के संपर्क में सभी है. हम किसी को लाने का प्रयास नहीं कर रहे हैं. बीजेपी एक राष्ट्रवादी पार्टी है. साठ साल में कांग्रेस जो नहीं कर पाई वो बीजेपी ने आठ साल में कर दिया. इसलिए लोग कूद कूद कर आ रहे हैं. उनको भविष्य बीजेपी में ही दिखाई दे रहा है. मंत्री पटेल ने कहा कि कांग्रेस अब डूबती नाव है वहां किसी का भी कोई भविष्य नहीं है.
बयानों से गरमाई सियासत: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तारीख जैसे जैसे नजदीक आ रही है. मध्यप्रदेश की राजनीति में ये कयास बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं कि (MP Congress) कांग्रेस में बड़ी टूट हो सकती है. मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने पहले कहा कि हम ऑपरेशन लोटस नहीं चला रहे लेकिन बीजेपी में आने वालों का स्वागत है. उनके बाद फिर डॉ. गोविंद सिंह की ओर से पलटवार भी हुए और ये कहा गया कि बीजेपी में मरने अब कोई नही जाएगा.
भारत जोड़ो यात्रा से बौखला गई है भाजपा: कांग्रेस की मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी जी की भारत जोड़ो यात्रा एमपी (Bharat Jodo Yatra in MP) में प्रवेश करने वाली है. बीजेपी के नेता बौखलाए हुए हैं डर और भय की स्थिति बनी हुई है इसलिए बार बार कह रहे हैं कि कांग्रेस के नेता हमारे संपर्क में है. कोई मुद्दा नहीं बचा है. जबकि कमलनाथ जी कह चुके हैं कि बीजेपी के नेता हमारे संपर्क में हैं लेकिन हम टिकट संगठन के लोंगो को देंगे. बीजेपी के पास आलोचना का कोई मुद्दा नहीं बचा है. हम ऐसे बयानों को गंभीरता से नहीं लेते.
कमलनाथ और भूपेंद्र सिंह के बयान से बवाल, MP में फिर सुर्खियों में Operation Lotus !
मालवा निमाड़ और बुंदेलखंड से हो सकती है टूट: सियासी गलियारों में चर्चा है कि रणनीति के तहत बीजेपी राहुल गांधी की मध्यप्रदेश यात्रा के दौरान कांग्रेस विधायकों को पार्टी में शामिल करवा सकती है. ये संदेश देने की भारत जोड़ने निकले राहुल गांधी की अपनी पार्टी की टूट नहीं संभाल पा रहे हैं. सियासी गलियारों में कहा जा रहा है कि मालवा, निमाड़ और बुंदेलखंड इलाके से कांग्रेस विधायकों की आस्था संदिग्ध है. यही वजह है कि कांग्रेस ने चुन चुन कर पार्टी के उन विधायकों को यात्रा की जवाबदारी सौंपी है जिनके दल बदल की संभावनाएं ज्यादा थी.