भोपाल। 2024 के आम चुनाव से पहले पूरे देश में सनातन का राग छेड़ने वाली बीजेपी का हिंदुत्व क्या एमपी में कमजोर पड़ गया है. सात दिन पहले बीजेपी में लैंडिंग के साथ बेहद खास तरीके से एक नाम की लिस्ट में अमरवाड़ा से जिस मोनिका बट्टी को पार्टी का उममीदवार बनाया है. उनके पिता का इतिहास हिंदुत्व पर आघात देने वाले हैं. भारतीय गोंडवाना पार्टी के नेता मनमोहन शाह बट्टी ने सार्वजनिक रुप से रामचरितमानस जला दी थी. रावण के पुजारी मोनिका के पिता मनमोहन शाह बट्टी ने अपने गांव में रावण का मंदिर तक बनाया हुआ है.
बीजेपी में रामायण जलाने वाले की बेटी को टिकट: जिस एमपी से पीएम मोदी ने सनातन की हुंकार भरी. उसी एमपी में बीजेपी ने बाकायदा एक तीसरी सूची जारी करके जिसे उम्मीदवार बनाया. सात दिन पहले बीजेपी में आई बाहरी प्रत्याशी मोनिका शाह बट्टी को अमरवाड़ा सीट से पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. मोनिका के पिता दिवंगत भारतीय गोंडवाना पार्टी के नेता मनमोहन शाह बट्टी ने सरेआम रामायण में आग लगा दी थी. बाकायदा अपने गांव में रावण का मंदिर बनाया था. जिनकी मनमोहन शाह नियमित पूजा भी करते रहे थे. यहां तक भी हुआ कि इस गांव में इनकी मान्यता के अनुसार रावण को जलाने का भी विरोध किया जाता रहा है. अब सवाल उठ रहा है कि सनातन की बात करने वाली हिंदुत्व का दम भरने वाली बीजेपी में आखिर अमरपाटन सीट पर इतना बड़ा दिल पार्टी ने कैसे किया कि राम को भजने वाली पार्टी ने रामचरितमानस के अपमान को भी ताक पर रख दिया.
उमा की लहर में भी चुनाव जीत गए थे बटटी: 2003 के विधानसभा चुनाव में उमा भारती की लहर में भी मनमोहन शाह बट्टी चुनाव जीत गए थे. चुनाव जीतने के बाद ही इन्होंने अपने इलाके में रावण का मंदिर बनवाया था. मनमोहन शाह बट्टी ने भारतीय गोंडवाना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बतौर ये चुनाव जीता था. अमरवाड़ा में बट्टी का प्रभाव इतना था कि 2003 में अमरवाड़ा से विधायक बनने के पहले कमोबेश हर चुनाव में वे दूसरे नंबर पर रहे हैं. मनमोहन शाह बट्टी पर रामचरितमानस जलाने पर मामला भी दर्ज हुआ था. बट्टी की कोरोना पॉजीटिव होने के बाद हार्ट अटैक से मौत हुई थी.