भोपाल। कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर उज्जैन में एक मुस्लिम धर्मगुरु ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा है कि जब तक फतवा जारी नहीं हुआ, तब तक पैसे नहीं लगाएंगे. मुस्लिम धर्मगुरु के इस बयान को लेकर बीजेपी नेता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि वैक्सीन लगवाना सरकार की तरफ से अनिवार्य नहीं है. लेकिन वैक्सीन को लेकर प्रदेश में इस तरीके का भ्रम न फैलाया जाए. देश के वैज्ञानिकों का अथक प्रयास है ये कोरोना वैक्सीन. उनकी सफलता को लेकर संदेह नहीं किया जाए.
देश के वैज्ञानिकों की मेहनत पर संदेह पैदा न करें
मोहम्मद अली के बयान पर बीजेपी ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि कोरोना की वैक्सीन बनाने में देश के वैज्ञानिकों ने काफी मेहनत की है. उनके ही अखंड प्रयासों का नतीजा है कि आज देश में करीब 3 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगने जा रही है. ऐसे में वह वैक्सीन को लेकर जनता में भ्रम की स्थिति पैदा न करें. वैक्सीन लगवाना स्वैच्छिक है. इसे सरकार ने अनिवार्य नहीं किया है. ऐसे में इस तरीके के बयान देकर देश के वैज्ञानिकों का महत्व कम न करें.
जानें मामला
सुन्नी मुस्लिम समाज के धर्म गुरु नायब काजी ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वे टीका तब तक नहीं लगवाएंगे, जब तक सुन्नी उलेमा कलाम और मुस्लिम डॉ. फतवा नहीं जारी करेंगे. उनका कहना है कि जब तक फतवा जारी कर टीका लगवाने की इजाजत नहीं मिलेगी, तब तक वे टीका नहीं लगवाएंगे.
सुन्नी मुस्लिम समाज के धर्मगुरू का विवादित बयान
कोरोना महामारी से बचने के लिए लोग कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. जब वैक्सीन आ गई तो सुन्नी मुस्लिम समाज के नायब काजी का कहना है कि पहले फतवा जारी होगा, तभी वैक्सीन लगवाएंगे. जब तक फतवे में वैक्सीन लगाने की इजाजत नहीं मिलेगी, तब तक वैक्सीन नहीं लगवाएंगे.
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पहले फतवा, फिर वैक्सीन लगवाएंगे
सुन्नी मुस्लिम समाज के धर्म गुरु नायब काजी ने कहा कि वैक्सीन सबके लिए है. टीका लगवाने के लिए जब भी फतवा जारी होगा, मस्जिदों से ऐलान करवाकर वैक्सीन लगवाई जाएगी. उनका दावा है कि वैक्सीन को लेकर फिलहार सभी की एक राय है. उनका कहना है कि धर्मगुरु के मुताबिक यह इस्लाम का मामला है, इसलिए हम फतवे का इंतजार कर रहे हैं. वहीं देवबंदी मुफ्ती अरशद फारूकी ने कहा है कि सभी को वैक्सीन लगवानी चाहिए क्योंकि वैक्सीन का इस्तेमाल बतौर दवा सही है.
टीकाकरण के लिए जल्द जारी होगा फतवा
सुन्नी उलेमाई कलाम ने कहा कि फतवा जारी करने को लेकर मीटिंग हुई है. हमारे समाज के डॉक्टर्स से मश्विरा किया जा रहा है. उम्मीद है कि टीकाकरण के लिए फतवा जल्द जारी किया जाएगा. फतवा जारी होने के बाद पता फैसला लिया जाएगा कि कोरोना से बचने के लिए समाज के लोगों का वैक्सीन का इस्तेमाल करना है या नहीं.