भोपाल। प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे ही अब प्रदेश की राजनीति गरमाने लगी है, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा डबरा विधानसभा में दिए गए बयान के बाद बीजेपी कांग्रेस पर जमकर निशाना साध रही है. वहीं कमलनाथ के दिए गए बयान को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी एक पत्र लिखा है,
हालांकि सीएम शिवराज के पत्र के जवाब में देर शाम पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने बीजेपी पर गलत तरह की राजनीति करने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने बीजेपी के नेताओं के द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी का भी जिक्र किया है.
वहीं उन्होंने देर रात मीडिया से बातचीत करते हुए आरोप लगाया है, कि मध्यप्रदेश में प्रमुख मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी इस तरह की राजनीति पर उतर आई है, उन्होंने कहा है कि यदि उनके द्वारा दिए गए बयान से किसी को ऐसा लगता है कि जो कुछ उन्होंने बोला वो गलत है तो उन्हें इस बात का खेद है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि ये उपचुनाव साधारण उपचुनाव नहीं है, क्योंकि प्रदेश में उपचुनाव तो तभी होते थे, जब किसी विधायक या सांसद का कार्यकाल के दौरान निधन हो जाता था. इस उपचुनाव का अपना ही अलग महत्व है. प्रदेश में तो केवल सौदेबाजी की वजह से ये स्थिति बनी है. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर ने भी नहीं सोचा था कि इस तरह की स्थिति हमारे देश में आएगी और जो घटनाक्रम प्रदेश में हुआ है, उससे कहीं न कहीं मध्य प्रदेश कलंकित हुआ है, और सबसे ज्यादा ग्वालियर चंबल क्षेत्र कलंकित हुआ है.
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पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बोलते बोलते उनके द्वारा कुछ कहा गया, क्योंकि उन्हें नाम याद नहीं था, और ऐसा होना स्वाभाविक है. सबके नाम याद नहीं रहते हैं, उस समय उन्हें जो कहना था कह दिया. कमलनाथ ने कहा कि आइटम जो शब्द है, लोकसभा में भी आता है और विधानसभा में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. यदि वो किसी कार्यक्रम में जाते हैं तो वहां पर भी आइटम नंबर का जिक्र करते हुए, लिखा जाता है कि आइटम एक में कौन व्यक्ति माला पहनाएगा, आइटम 2 में कौन सा व्यक्ति माला पहनाएगा. तो क्या इसे असम्मानित बात कहेंगे, लेकिन बीजेपी इसे मुद्दा बनाना चाहती है, ताकि जनता का ध्यान प्रदेश के मूल मुद्दों से हटाया जा सके और जनता को गुमराह किया जा सके, क्योंकि बीजेपी जानती है कि वो इस चुनाव में हार ही नहीं रही है, बल्कि बुरी तरह से पिट रही है.
कमलनाथ के बयान पर सीएम ने लिखा था सोनिया गांधी को पत्र
पूर्व सीएम कमलनाथ के विवादित बयान को लेकर सीएम शिवराज ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर उनसे कमलनाथ को पार्टी से निकालने की मांग की है. सीएम शिवराज ने कहा कि सोनिया गांधी को लगता है कि कमलनाथ की ये टिप्पणी गलत है, तो उनको उचित कदम उठाना चाहिए. मुख्यमंत्री शिवराज ने अपने पत्र में कहा था कि अगर वो कोई एक्शन नहीं लेतीं हैं, तो इससे ये साबित होता है कि कांग्रेस और सोनिया गांधी उनके बयान के समर्थन में हैं. वहीं दलितों और दूसरे मुद्दों पर धरने पर न बैठने के सवाल पर सीएम ने कहा कि यह कांग्रेस का अंहकार बोल रहा है.
कमलनाथ ने भी लिखा सीएम को पत्र
इमरती देवी पर कमलनाथ की आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर शिवराज सिंह द्वारा सोनिया गांधी को लिखे गए पत्र के जवाब में कमलनाथ ने शिवराज सिंह को पत्र लिखा है. पत्र में कमलनाथ ने कहा कि जिस तरह आप झूठ परोसते हैं और झूठी घोषणाएं करते हैं. उसी तरह इस पत्र में भी आपने झूठ को बढ़ा-चढ़ाकर रेखांकित किया है. कमलनाथ ने कहा कि अच्छा होता कि आप अपनी पार्टी के अध्यक्ष को भी चिट्ठी लिखते और उन्हें बताते कि हमारी एक महिला प्रत्याशी को किस तरह केंद्रीय मंत्री ने 'रिजेक्टेड माल' कहा है और किस तरह से आप की सरकार के मंत्री ने हमारे प्रत्याशी की पत्नी को वो शब्द बोले हैं, जो कहना तो दूर कोई सुनना भी नहीं चाहता है.
क्या है पूरा मामला ?
ग्वालियर में रविवार को डबरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सभा करने पहुंचे थे। उन्होंने यहां भाजपा प्रत्याशी और मंत्री इमरती देवी का नाम लेना तक उचित नहीं समझा। उन्होंने कहा कि हमारे कांग्रेस प्रत्याशी तो सीधे-साधे और सरल स्वभाव के हैं, ये उसके जैसे नहीं हैं, मैं क्यों उसका नाम लूं, इतने में लोग बोले- इमरती देवी. इस पर हंसते हुए कमलनाथ बोले- आप लोग मेरे से ज्यादा उसको पहचानते हैं, आप लोगों को तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था, वह क्या आइटम है।