भोपाल। खंडवा के सिंगाजी सुपर थर्मल पाॅवर प्लांट को लेकर पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए प्लांट का टरबाइन को तोड़ दिया गया. इसकी वजह से प्लांट पिछले 7 महीने से बंद है. इस प्लांट से हर दिन 3 करोड़ कीमत की बिजली पैदा होती थी. अब यही बिजली 14 रुपए यूनिट की दर से खरीदी जा रही है. लिखित जवाब में मंत्री ने टरबाइन टूटने के मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं.
प्रश्नकाल में उठाया कांग्रेस विधायक ने मामला
कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने प्रश्नकाल के दौरान सिंगाजी थर्मल पाॅवर प्लांट के टरबाइन टूटने को लेकर सवाल पूछा था. लिखित जवाब में ऊर्जा मंत्री ने बताया कि जुलाई 2020 में टरबाइन ब्लैड्स टूट गई थी. इसका कार्य एलएंडटी द्वारा कराया जा रहा है. टरबाइन ब्लैड्स टूटने को लेकर तीन फरवरी को जांच के लिए कमेटी गठित की गई है. जांच प्रतिवदेन के बाद कार्रवाई की जाएगी.
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टरबाइन ब्लैड्स टूटने से करोड़ों का नुकसान
जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि टरबाइन टूटने की घटना अपने आप में अनूठी है. 1320 मेगावाट के इस पाॅवर प्लांट से हर रोज करीब 3 करोड़ रुपए की बिजली पैदा होने से करोड़ों का नुकसान हुआ है. इसके एवज में हर माह 14 रुपए यूनिट के हिसाब से निजी बिजली कंपनियों से बिजली खरीदी जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए जान बूझकर टरबाइन को नुकसान पहुंचाया गया है. इस पूरे मामले में बड़े स्तर पर सांठगांठ कर करोड़ों का लेन-देन किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि जांच कमेटी भी विधानसभा में सवाल लगाए जाने के बाद गठित की गई है और जांच उन्हीं को सौंपी गई है, जिन पर सवाल खड़े हो रहे हैं.