भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा वैक्सीनेशन के लिए जारी किए गए कार्यक्रम को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सवाल खड़े किए हैं. कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि प्रदेश में 18 साल से 44 साल तक के लोगों की वैक्सीनेशन के लिए कुल 5 करोड़ 29 लाख डोज की जरूरत है, लेकिन वैक्सीनेशन कार्यक्रम बेहद सीमित समय का निर्धारित किया गया है जबकि यह दिन रात बेहद तीव्र गति से होना चाहिए. निर्धारित प्रोग्राम के तहत वैक्सीनेशन में महीनों लग जाएंगे जो प्रदेश के लोगों के साथ बड़ा अन्याय होगा.
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आप 5 मई से प्रदेश में इस आयु वर्ग के लोगों के लिये वैक्सिनेशन कार्यक्रम को शुरू करने की बात कह रहे है , जो कि 1 मई से प्रारंभ होना था लेकिन यह घोषणा भी चुनावी जुमला ही साबित हुई।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 3, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
आप का यह वैक्सिनेशन कार्यक्रम देख कर आश्चर्य भी हो रहा है और कई सवाल भी खड़े हो रहे है ?
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— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 3, 2021
आप का यह वैक्सिनेशन कार्यक्रम देख कर आश्चर्य भी हो रहा है और कई सवाल भी खड़े हो रहे है ?आप 5 मई से प्रदेश में इस आयु वर्ग के लोगों के लिये वैक्सिनेशन कार्यक्रम को शुरू करने की बात कह रहे है , जो कि 1 मई से प्रारंभ होना था लेकिन यह घोषणा भी चुनावी जुमला ही साबित हुई।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 3, 2021
आप का यह वैक्सिनेशन कार्यक्रम देख कर आश्चर्य भी हो रहा है और कई सवाल भी खड़े हो रहे है ?
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यह तो प्रदेश के नागरिकों के साथ बड़ा अन्याय व धोखा है ?
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एक तरफ कोरोना संक्रमण होने पर अस्पतालों में बेड नहीं ,इलाज नहीं ,ऑक्सीजन नहीं ,इंजेक्शन नहीं ,जीवन रक्षक दवाइयां नहीं और दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए वैक्सीन भी नहीं ?
जनता के साथ कितना अन्याय ?
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— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 3, 2021
एक तरफ कोरोना संक्रमण होने पर अस्पतालों में बेड नहीं ,इलाज नहीं ,ऑक्सीजन नहीं ,इंजेक्शन नहीं ,जीवन रक्षक दवाइयां नहीं और दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए वैक्सीन भी नहीं ?
जनता के साथ कितना अन्याय ?यह तो प्रदेश के नागरिकों के साथ बड़ा अन्याय व धोखा है ?
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 3, 2021
एक तरफ कोरोना संक्रमण होने पर अस्पतालों में बेड नहीं ,इलाज नहीं ,ऑक्सीजन नहीं ,इंजेक्शन नहीं ,जीवन रक्षक दवाइयां नहीं और दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए वैक्सीन भी नहीं ?
जनता के साथ कितना अन्याय ?
एमपी में 5 मई से शुरू होगा 18-44 साल वालों का वैक्सीनेशन: सीएम
ना अस्पताल में ऑक्सीजन, ना पर्याप्त वैक्सीन
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि एक तरफ कोरोना संक्रमण होने पर अस्पतालों में बेड नहीं, इलाज नहीं, ऑक्सीजन नहीं, इंजेक्शन नहीं, जीवन रक्षक दवाईयां नहीं और दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए वैक्सीन भी नहीं. कमलनाथ ने सवाल किया है कि आखिर इस स्थिति का दोषी और जिम्मेदार कौन है? वैक्सीन के अभाव में कोरोना संक्रमण फैलने का दोषी कौन? प्रदेश सरकार बताएं आखिर कितने समय में प्रदेश के सभी नागरिकों को वैक्सीन लग जायेगी और उसके लिए कब तक आवश्यक डोज प्रदेश को उपलब्ध होंगे?