भोपाल। सरकार सालों से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है, प्रदेश में भी इस नारे को बुलंद किया जा रहा है. लेकिन दूसरी तरफ प्रदेश में बेटियों के साथ ही आए दिन दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे हैं, उत्तर प्रदेश के हाथरस की घटना और मध्य प्रदेश के खरगोन की घटना के बाद लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है. वहीं भोपाल में भी एक दुष्कर्म का मामला सामने आया है जहां पीड़िता के मां बाप इंसाफ के लिए गुहार लगा रहे हैं.
दरअसल दुष्कर्म का आरोपी बीजेपी का करीबी है और पीड़िता के परिजनों ने बीजेपी के विधायक पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है. इस मामले में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का साथ पीड़ित परिवार को मिला है और उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.
नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा पर बलात्कार के आरोपी को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है कि 'भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा बलात्कारी का संरक्षण कर रहे हैं मोदी जी ,नड्डा जी ,अमित शाह जी, क्या आप इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवा कर दोषी को सजा करवाएंगे, रामेश्वर शर्मा विधायक से स्पष्टीकरण मांगेंगे' मैं इस परिवार को न्याय दिलाने में पूरा सहयोग करूंगा.
बता दें कि यह घटना 19 अगस्त की है लेकिन इस मामले में 27 अगस्त को एफआईआरदर्ज की गई थी. दरअसल आरोपी नाबालिग का भाई बीजेपी नेता का काफी करीबी बताया जा रहा है वहीं मामले को लेकर महिला थाना प्रभारी अजीता नायर ने जानकारी दी है कि शिकायत के बाद 376 पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. नाबालिग आरोपी को बाल सुधार गृह भेजा गया था इस मामले में चार्जशीट भी पेश कर दी गई है.
दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों का कहना है कि आरोपी ने उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर अपनी हवस का शिकार बनाया है. आरोपी ने पहले उसे लगातार फोन लगाकर प्रेम भरी बातें की और शादी का वादा किया, जिसके बाद वह उसे एक दिन एक होटल ले गया जहां उसने उसे नशीला पदार्थ पिलाया और उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. साथ ही आरोपी ने इस पूरी घटना का वीडियो भी बना लिया और पीड़िता को धमकी दी की अगर उसने यह बात किसी से की तो वह उसे जान से मार देगा.
परिजनों ने बताया कि आरोपी का भाई बीजेपी पार्टी से जुड़ा हुआ है और क्षेत्रीय विधायक का काफी करीबी है. यही वजह है कि उन्हें मजबूरी में घर के पास बने बैरागढ़ थाने को छोड़कर महिला थाने में आकर शिकायत दर्ज करनी पड़ी, क्योंकि उन्हें उस थाने में इंसाफ मिलने की उम्मीद नहीं थी.
उन्होंने कहा कि जिस समय उनकी बेटी को घटनास्थल पर ले जाया गया था उस समय भी थाना प्रभारी के फोन पर विधायक रामेश्वर शर्मा का फोन आया था और उन्होंने कार्रवाई ना करने की बात कही थी, लेकिन महिला थाना प्रभारी ने कहा की कार्रवाई की जाएगी जो कहना है थाने में आकर कहे.
परिजनों का कहना है कि क्षेत्रीय विधायक आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं, इस मामले में उन्होंने सीएम शिवराज से भी मदद की गुहार लगाई है ताकि उनकी बेटी को इंसाफ मिल सके. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने उन्हें सहयोग करने की बात कही है और वकील भी मुहैया कराया है. वहीं परिवार ने आरोप लगाया है कि पुलिस भी आरोपी का काफी सहयोग कर रही है, यही वजह है कि उन्हें इंसाफ के लिए यहां वहां भटकना पड़ रहा है.