भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना से पहले कांग्रेस आक्रामक है. कांग्रेस नेता मतपत्रों में गड़बड़ी को लेकर राज्य चुनाव आयोग से लगातार शिकायतें कर रहे हैं. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने शिकायत में लिखा है कि लहार में 17 नवम्बर को हुई वोटिंग के दौरान एक पोलिंग बूथ पर कांग्रेस के पोलिंग एजेंट को बाहर कर दिया गया. ये वीडियो फुटेज मे दिखाई भी दे रहा है. शिकायत पत्र में दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि दूसरी तरफ चुनावी ड्यूटी में लगे जिन कर्मचारियों को पोस्टल बैलेट की सुविधा मिलनी चाहिए थी, उन्हे भी ये सुविधा नहीं मिली.
कांग्रेस के एजेंट को बाहर निकाला : भारत निर्वाचन आयोग को लिखे पत्र में दिग्विजय सिह ने शिकायत की है कि कई पोलिंग बूथ पर भीतर एजेंट बैठे हुए थे. लेकिन कांग्रेस के एजेंट को हटा दिया गया. ये काम वहां मौजूद पीठासीन अधिकारी और सुरक्षा कर्मियों की ओर से किया गया. बूथ पर जो कैमरे लगाए गए, उसमें से इसे साफ देखा जा सकता है. दिग्विजय सिंह ने पत्र में कहा है कि जो शासकीय कर्मचारी चुनाव कार्य में शामिल थे. जिन्हें पोस्टल बैलेट से अपने मताधिकार का उपयोग करना था, उन्हें पोस्टल बैलेट जारी ही नहीं किए गए. इसको लेकर 11 नवम्बर को शिकायत भी दर्ज की गई थी. लेकिन अब तक उस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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कांग्रेस की शिकायतों पर आयोग गंभीर नहीं : दिग्विजय सिंह का कहना है कि निर्वाचन आयोग कांग्रेस की शिकायतों को गंभीरता से क्यों नहीं ले रहा है. अफसरों की मनमानी के कारण करीब 500 से ज्यादा कर्मचारी अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने से वंचित रह गए. मतदान के दिन भी कई कर्मचारियों ने ये शिकायत दर्ज कराई. लेकिन अब तक उस पर कार्रवाई नहीं हुई. बता दें कि बालाघाट में मतपत्रों में गड़बड़ी को लेकर चुनाव आयोग ने एसडीएम व तहसीलदार को सस्पेंड कर दिया. बालाघाट मामले को लेकर कांग्रेस लगातार आक्रामक है.