भोपाल। मध्यप्रदेश में एक तरफ सियासी उठापटक जारी है, वहीं दूसरी तरफ राजनेताओं के बीच जुबानी जंग भी जारी है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए ऑपरेशन लोटस की कहानी बताई.
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने ऑपरेशन लोटस पार्ट वन फेल होने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ऑपरेशन लोटस टू चलाया. उन्होंने बीजेपी के कमलनाथ सरकार को गिराने के लिए ऑपरेशन की सिलसिलेवार जानकारी दी. दिग्विजय सिंह ने बताया कि जितने भी चार्टड प्लेन दिल्ली से बेंगलुरू गए हैं, उन प्लेन का पेमेंट भी बीजेपी ऑफिस से किया गया.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सिंधिया के चुनाव हारने के बाद से इस पूरे घटनाक्रम की शुरूआत हुई. जबकि हारने के पहले तक उनके सारे काम पूरे हो रहे थे. साथ ही दिग्विजय ने कहा कि वे खुद से व्यथित थे, जिसके बाद उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह से संपर्क साधा. उन्होंने कहा कि जब मानेसर के होटल में बंधक विधायक को वापस ला लिया गया तो इसके बाद सिंधिया को बीजेपी में लाने के लिए प्लान बी चलाया गया.
वहीं पूर्व सीएम ने सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि वे बोल देते तो मैं उन्हें पद दे देता. लोग कहते हैं कि इंटेलिजेंस भेजो, लेकिन जब घर का अपना ही धोखा दे तो दुश्मनों पर क्या नजर रखें. ऐसे में तो धोखा मिलना लाजमी है. सिंह ने कहा सिंधिया को हम संसदीय मंत्री बना सकते थे, लेकिन केंद्र में उनको मंत्री सिर्फ मोदी और शाह ही बना सकते हैं, कांग्रेस नहीं बना सकती. दिग्विजय सिंह ने कहा कांग्रेस इस सियासी संकट को कोर्ट लेकर जाएगी.