भोपाल| प्रदेश में 15 महीनों के बाद फिर से सत्ता में लौटी शिवराज सरकार काफी बदली हुई नजर आ रही है और इस कार्यकाल के दौरान किसानों पर सरकार विशेष ध्यान दे रही है. यही वजह है कि, कोरोना संकट की विषम परिस्थितियों में भी सरकार किसानों को खुश करने में कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहती है. राज्य सरकार के द्वारा किसानों के बैंक खातों में फसल बीमा की राशि भी ऑनलाइन ट्रांसफर कर दी गई है. ऐसी विषम परिस्थितियों में किसानों के लिए यह अभी तक की सबसे बड़ी सहायता है, जो राज्य सरकार की ओर से की गई है, ये कुल राशि 2,981.24 करोड़ रुपए है. इस राशि को सीएम शिवराज सिंह चौहान के द्वारा ही प्रदेश के 15 लाख किसानों के बैंक खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर किया गया है. वहीं एक बार फिर किसानों को जीरो प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध होना पुनः प्रारंभ कर दिया गया है.
किसानों को नाराज नहीं करना चाहते सीएम
बता दें कि, वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने किसानों के कर्ज माफी का वचन दिया था और इसी के चलते कांग्रेस 15 वर्षों के बाद सत्ता में काबिज हुई थी, हालांकि सिंधिया की नाराजगी के बाद 15 महीने बाद ही ये सरकार प्रदेश की सत्ता से बाहर हो गई और एक बार फिर से बीजेपी की सरकार प्रदेश में बन गई है. अब ऐसी स्थिति में शिवराज सरकार किसानों को नाराज नहीं करना चाहती है, क्योंकि 5 माह बाद प्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी होना है.
फसल बीमा राशि का भुगतान
सीएम शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि, खरीफ 2018 और रबी 2018-19 की फसल बीमा राशि का प्रीमियम किसानों ने तो जमा करवा दिया था, लेकिन पूर्व सरकार ने राज्यांश जमा नहीं कराया था, जिसके कारण किसानों को फसल बीमा के लाभ से वंचित होना पड़ा था. हमारी सरकार ने आते ही सबसे पहले राज्य का हिस्सा 22 सौ करोड़ रुपए का प्रीमियम जमा करवाया है, इस कारण ही प्रदेश के 15 लाख किसानों को फसल बीमा की राशि प्राप्त हो रही है.
किसानों के खाते में जमा की गई राशि
उन्होंने कहा कि, प्रदेश के 15 लाख किसानों के बैंक खातों में फसल बीमा की दावा राशि के 2,981. 24 करोड़ रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए गए हैं. वहीं किसानों के हित के लिए जीरो प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण देना पुनः प्रारंभ कर दिया है, साथ ही पुराने ऋण की अदायगी की तिथि 31 मई तक बढ़ा दी गई है. इसके लिए 38 करोड़ रुपए ब्याज की राशि सरकार ने जमा कर दी है.
गेहूं उपार्जन कार्य में तेजी
सीएम ने कहा कि, प्रदेश में गेहूं उपार्जन का कार्य तेज गति से जारी है, इस बार किसानों की फसल भी बहुत अच्छी हुई है और मंडियों में भारी तादात में किसान अपनी फसल बेचने के लिए पहुंच रहे हैं. अभी तक प्रदेश में उपार्जन के लिए पंजीकृत 20 लाख किसानों में से 5 लाख 65 हजार किसानों ने अपना 28 लाख मीट्रिक टन गेहूं समर्थन मूल्य पर बेचा है. एक ही दिन में सर्वाधिक 58 हजार किसानों ने 3 लाख 18 हजार मीट्रिक टन रिकॉर्ड गेहूं प्रदेश के उपार्जन केंद्रों में बेचा है. किसानों को लगभग 2 हजार करोड़ रुपए का भुगतान भी किया जा चुका है, प्रदेश में चना, मसूर और सरसों की खरीद भी शुरू कर दी गई है.
दावा राशि का किया भुगतान
उन्होंने कहा कि, योजना के अंतर्गत 8 लाख 40 हजार किसानों को खरीफ 2018 की फसल बीमा दावा राशि 1921.24 करोड़ और 6 लाख 60 हजार किसानों को रबी 2018-19 की दावा राशि एक हजार 60 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है.