भोपाल। प्रदेश में जारी अनलॉक 1.0 में दी जा रही छूट के बाद प्रदेश के ज्यादातर बाजार एक बार फिर से गुलजार नजर आने लगे हैं. व्यापारी भी एक बार फिर से प्रतिष्ठान खुलने पर खुश हैं, तो वहीं दूसरी ओर लंबे समय से घरों में बंद लोग अब खरीदारी करने के लिए मार्केट में निकल रहे हैं. हालांकि अनलॉक-1 के दौरान कई तरह की खामियां भी सामने आने लगी हैं, क्योंकि लॉकडाउन 4.0 की तुलना में अब ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं. उसका मुख्य कारण है कि अब लोगों की आवाजाही सड़कों पर आम होती जा रही है, जिसकी वजह से संक्रमण तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रहा है. हालांकि इस तरह की सभी परिस्थितियों पर सरकार नजर बनाए हुए हैं.
अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सभी जिलों से कोरोना की स्थिति की रिपोर्ट तलब की है. साथ ही उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जिले के कलेक्टर और अन्य अधिकारी पूरी गंभीरता के साथ अपने जिलों में नजर बनाए रखें. साथ ही लोगों को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करें.
इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना वायरस के एक संभावित पीक को देखते हुए स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल सभी सावधानियां पूरी तरह से बरती जानी चाहिए. जन जागरूकता अभियान निरंतर चलना चाहिए. अभी शिक्षण संस्थाएं बंद हैं, लेकिन कक्षा 12वीं की परीक्षाओं के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं. सभी कलेक्टर अपने जिलों में आर्थिक गतिविधियों के संचालन के साथ संक्रमण ना हो पाए, इसके लिए हर एक आवश्यक उपाय लागू करना सुनिश्चित करें.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना संक्रमण में निरंतर कमी के चलते मध्य प्रदेश अब देश में 7 वें स्थान पर आ गया है. पहले प्रदेश 6 वें स्थान पर था और उत्तर प्रदेश 7 वें स्थान पर था. पूरे देश की तुलना में मध्य प्रदेश में लगभग 2 प्रतिशत नए संक्रमित मरीज पाए गए, जबकि पहले यह 8 प्रतिशत तक थे. जहां प्रदेश में कोरोना के 174 नए पॉजीटिव मामले सामने आए हैं, तो वहीं देश में यह संख्या बढ़कर 9 हजार 304 हो चुकी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना रिकवरी रेट 64.3 प्रतिशत है, जबकि भारत की 47.9 प्रतिशत है.
रिकवरी रेट बढ़ने पर बधाई
इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश में रिकवरी रेट बढ़ने, जिला अस्पतालों में सही से टेस्टिंग करने, इलाज और अन्य व्यवस्थाओं के लिए प्रशासनिक अमले को बधाई दी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की स्थिति में पुलिस बल ने भी लगन से कार्य किया है. इन सेवाओं के लिए मुख्यमंत्री ने पुलिस बल को भी बधाई दी. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है कि दुकानों के समय और दिन निर्धारित कर बाजारों में आवश्यक प्रबंध किए जाए. दुकानदार सैनिटाइजर की व्यवस्था रखें. मास्क के उपयोग की अनिवार्यता और सामाजिक दूरी का भी पालन करें. उन्होंने कहा कि अनलॉक-1 से वायरस से संक्रमित होने की खबर अब तक सामने नहीं आई है. फिर भी सैम्पलिंग और स्क्रीनिंग के कार्य नियमित किए जाए. प्रदेश में लगभग 85 हजार बैड की व्यवस्था है, ताकि संकट की आशंका होने पर निपटा जा सकें.
35 जिलों में आईसीयू और ऑक्सीजन बैड वर्क के ऑर्डर
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जिलों को आवश्यक निर्देश जारी किए गए है. त्रिआयामी रणनीति में पॉजीटिव मरीज के सम्पर्क में आए व्यक्ति की ट्रेसिंग, 'सार्थक' एप के उपयोग, सर्विलेंस, निरंतर सर्वे की व्यवस्था और फीवर क्लीनिक के संचालन से वायरस नियंत्रण में मदद मिली है. 35 जिलों में आईसीयू और ऑक्सीजन बैड के वर्क आर्डर दे दिए गए हैं. इस माह के अंत तक कलेक्टर इन व्यवस्थाओं को पूरा करने में जुटे है. भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि कोरोना का कहीं भी मेजर स्प्रेड नहीं है. भोपाल में आईआईटीटी रणनीति कारगर साबित हो रही है. लगभग 30 प्रतिशत दुकानें अलग-अलग दिन खोलने की व्यवस्था की गई है. इंदौर कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में तो काफी छूट पहले ही दे दी गई है. उद्योग के क्षेत्र में उत्पादन को गति मिल रही है. करीब 75 प्रतिशत उत्पादन हो रहा है. अभी सराफा, कपड़े और बर्तन व्यवसायियों के लिए रोटेशन की व्यवस्था की जानी है.
कलेक्टर्स ने भी रखी अपनी बात
उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्रा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों और व्यापारी संगठनों से चर्चा कर रोड के एक तरफ की दुकानें एक दिन और दूसरी तरफ की दुकानें दूसरे दिन खोलने की व्यवस्था की गई है. इससे ज्यादा भीड़ नहीं हो रही है. अधिकारियों की टीम भी गठित की गई है, जो व्यवस्था का निरीक्षण करती रहती हैं. जबलपुर कलेक्टर भरत यादव ने बताया कि सिटी बस सेवा प्रारंभ की जा रही है. हालांकि अन्य स्थानों के लिए प्राइवेट बस एसोसिएशन अभी तैयार नहीं है. नगर के सभी वार्ड में आर्थिक गतिविधियां संचालित हैं. सैलून भी शुरू किए जा चुके है. कुल 104 केन्द्रों में 12 वीं की परीक्षा के लिए जरूरी तैयारियां कर ली गई हैं.
इन जिलों की स्थिति पर चर्चा
मुख्यमंत्री ने बुरहानपुर जिले की समीक्षा में बताया गया कि जिले में कुल 255 कोरोना प्रकरणों में 194 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गए हैं. फिलहाल वहां एक्टिव मरीजों की संख्या 45 है. वहीं श्योपुर की समीक्षा के दौरान कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान देने की बात कही है. बैतूल जिले की समीक्षा के दौरान डाटा में अंतर आने पर सीएम ने नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने एसीएस हैल्थ को निर्देश दिए है कि तत्काल एक टीम बैतूल रवाना की जाए. बैतूल जिले में संक्रमित 34 मरीजों में से 5 स्वस्थ होकर घर चले गए हैं. वहीं 29 मरीज एक्टिव हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है कि सागर मेडिकल कॉलेज के डीन को तुरंत हटाया जाए. एसीएस सुलेमान ने बताया कि सागर में चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम ने जाकर आवश्यक व्यवस्थाएं देख ली है, जहां डीन का कार्य संतोषजनक नहीं पाया गया है. खंडवा जिले में कोरोना से एक मरीज की मौत हो गई, जिसको लेकर सीएम ने डैथ एनालिसिस के दौरान निर्देश दिए कि इसकी विस्तृत जांच कराई जाए.