भोपाल। मंत्रालय में कलेक्टर-कमिश्नर कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में अवैध रेत खनन और परिवहन पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि वे रेत ठेकेदारों से सीधे बात कर जमीनी फीडबैक लेंगे. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चेताया कि वैध काम करने वाले रेत कारोबारियों की मदद करें और अवैध खनन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करें.
धान खरीदी में कई कलेक्टर को चेताया
कलेक्टर-कमिश्नर कांफ्रेंस के दौरान धान खरीदी पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने आधा दर्जन जिलों में परिवहन की गति धीमी चलने को लेकर नाराजगी जताई. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुरैना, ग्वालियर, सिंगरौली, दतिया, बालाघाट, कटनी, मंडला, रीवा और जबलपुर जिलों से खरीदी में गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही हैं. सीएम ने कहा कई खरीदी केन्द्रों पर तुलाई के लिए पैसे मांगे जाने की शिकायतें भी मिल रही है, जिला कलेक्टर्स इस पर तत्काल ध्यान दें. मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी कलेक्टर्स समझ लें, सरकार किसानों के लिए है. सीएम ने धान को सुरक्षित रखने के लिए अस्थायी कैंप बनाने के निर्देश भी दिए.
भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई में भोपाल-इंदौर को मिली तारीफ
प्रदेश में भू माफियाओं के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम को लेकर भोपाल, इंदौर, खरगौर, पन्ना जिलों के पुलिस अधिकारियों की पुलिस ने पीठ थपथपाई है. मुख्ममंत्री ने कहा कि सनिश्चित करने के बाद ही भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई करें. किसी बेकसूर को नुकसान नहीं होना चाहिए. कब्जा हटाने के लिए खाली हुई जगह को लेकर बेहतर प्लानिंग करें. बैठक में बताया गया कि चिटफंड के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 825 करोड़ की राशि निवेशकों को मिल चुकी है.
रेत के नाम पर न हो अवैध वसूली
मुख्यमंत्री ने कहा कि रेत के नाम पर अवैध वसूली सख्ती से बंद होनी चाहिए. सरकारी खजाने में पैसे देकर रेत का ठेका लेने वालों को जिले के सभी अधिकारी संरक्षण दें. अवैध परिवहन और उत्खनन पर सख्ती से रोकें. वाहन जब्त नहीं, बल्कि उन्हें राजसात करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि रेत के नाम पर अवैध वसूली करने वालों को सीधे बर्खास्त किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा वे सीधे रेत ठेकेदारों से बात कर जमीनी फीडबैक लूंगा.