भोपाल। मध्यप्रदेश के 19 जिलों की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने घर में पूजा पाठ किया. मध्य प्रदेश की 28 सीटों पर सुबह 9 बजे तक 5.73 प्रतिशत मतदान हुआ है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मतदान लोकतंत्र की आत्मा है, यह लोकतंत्र को मजबूत करता है. आप सभी को वह सरकार चुनने के लिए मतदान करना चाहिए जो आपकी आकांक्षाओं को पूरा कर सके. बाहर कदम और वोट आइए बनाते हैं 'आत्मानबीर' मध्य प्रदेश
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Voting is the soul of democracy, it strengthens democracy. All of you must vote to choose the govt that can fulfil your aspirations. Step out & vote. Let's make an 'Atmanirbhar' Madhya Pradesh: CM Shivraj Singh Chouhan
— ANI (@ANI) November 3, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
By-poll for 28 assembly seats is underway in the state. pic.twitter.com/tOgyyTCN29
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— ANI (@ANI) November 3, 2020
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दांव पर शिवराज सिंह का भविष्य
28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की साख दांव पर लगी है. 15 महीने की कमलनाथ सरकार गिराने में अहम भूमिका निभाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके 22 विधायक अब भगवा रंग में रंग चुके हैं. यहीं वजह है कि ये उपचुनाव सिंधिया VS कमलनाथ हैं. हालांकि सियासी गाड़ी की ड्राइवर सीट पर शिवराज सिंह बैठे हैं. वहीं आचार संहिता लगने से पहले करोड़ों रुपये की योजनाओं की शुरुआत कर शिवराज ने बड़ा दांव तो चला है लेकिन ये कितना सफल होगा ये उपचुनाव के नतीजे तय करेंगे. अगर उपचुनाव में भाजपा ज्यादा सीटें जीत जाती है तो शिवराज की मुख्यमंत्री की कुर्सी तो सुरक्षित रहेगी साथ ही राजनीतिक कद भी बढ़ जाएगा.
वहीं भाजपा अगर उपचुनाव हारी तो मुख्यमंत्री पद के साथ-साथ शिवराज का राजनीतिक कद घटना तय है क्योंकि 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद लगातार दूसरे चुनाव में वो असफल माने जाएंगे. बीजपी को बहुमत के जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए इस उपचुनाव में मात्र नौ सीटों की जरूरत है जो उपचुनाव में दांव पर हैं.
शिवराज ने की ताबड़तोड़ सभाएं
अपनी साख बचाने के साथ ही अपने प्रत्याशियों को जीताने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से साथ बीजेपी के बड़े नेताओं ने ताबतोड़ सभाएं की. सीएम ने 84 जनसभा और 10 रोड शो किये. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने 46 जनसभा और 8 रोड शो किए. सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 65 जनसभा और 8 रोड शो किए. वहीं केंद्रीय मंत्री नरेद्र सिंह तोमर ने 50 सभाएं और 6 रोड शो, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने 30 सभा और दो रोड शो में शामिल हुईं. राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में 7 सभाएं, 2 रोड शो और कई नुक्कड़ सभाएं और सम्मेलन किये.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रत्याशियों के समर्थन में 84 जनसभा और 10 रोड शो किये. जबकि प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने 46 जनसभा और 8 रोड शो, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 65 जनसभा और 8 रोड शो किए. वहीं केंद्रीय मंत्री नरेद्र सिंह तोमर ने 50 सभाएं व 6 रोड शो, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने 30 सभा और दो रोड शो में शामिल हुईं. राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में 7 सभाएं, 2 रोड शो और कई नुक्कड़ सभाएं और सम्मेलन किये.
शिवराज सिंह का जीवन परिचय
शिवराज सिंह चौहान किराड़ राजपूत परिवार से आते हैं. शिवराज सिंह का जन्म 5 मार्च, 1959 को सीहोर जिले के जैत गांव में किसान परिवार में हुआ. 1992 में उनका विवाह साधना सिंह से हुआ था और उनके दो बेटे हैं कार्तिकेय सिंह चौहान और कुणाल सिंह चौहान. शिवराज भोपाल के बरकतुल्ला यूनिवर्सिटी से एमए में दर्शनशास्त्र से गोल्ड मेडलिस्ट हैं.
छात्र जीवन से ही राजनीति से जुड़े
शिवराज सिंह चौहान छात्र जीवन से ही राजनीति से जुड़े रहे हैं. 1975 में मॉडल स्कूल स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष चुने गए थे. 1975-76 में इमरजेंसी के खिलाफ अंडग्राउंड आंदोलन में हिस्सा लिया. 1976-77 में आपातकाल के दौरान वे जेल भी गए. 1977 से वे आरएसएस के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं. इसके अलावा लंबे समय तक एबीवीपी से भी जुड़े रहे.