भोपाल। पश्चिम मध्य रेलवे का भोपाल रेल मंडल ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ा काम करने जा रहा है. भोपाल मंडल रेल पटरियों के दोनों ओर सोलर पैनल लगाने जा रहा है. पैनल लगाकर बिजली बनाने का काम किया जाएगा, जिससे भारी-भरकम राजस्व के नुकसान से तो रेल प्रशासन को निजात मिलेगी ही साथ ही सौर ऊर्जा से बनने वाली बिजली का उपयोग ट्रेनों के संचालन में किया जा सकेगा.
आत्मनिर्भर बनेगा भोपाल रेल मंडल
पीएम नरेंद्र मोदी के सपनों को साकार करते हुए भोपाल रेल मंडल ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कदम आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है. रेलवे जल्द ही भोपाल मंडल की पटरियों के दोनों तरफ सोलर पैनल लगाने जा रहा है. जिससे बनने वाली बिजली का उपयोग रेल मंडल ट्रेनों के संचालन में करेगा और जब रेल मंडल खुद की बिजली उत्पादन करेगा तो राजस्व का भार भी कम होगा और आय के नए स्त्रोत का निर्माण भी हो सकेगा.
प्रधानमंत्री का सपना होगा साकार
भोपाल रेल मंडल के प्रबंधक उदय बोरवणकर के मुताबिक ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिया हुआ आइडिया है. जिसे साकार किया जा रहा है. उसके बारे में भी काफी काम हो चुका है. सबसे पहले भोपाल रेल मंडल और पश्चिम मध्य रेलवे ने रेलवे ट्रैक की दोनों तरफ की भूमि चिन्हित कर ली है कि कहां कितनी जमीन है हर जगह तो पैनल नहीं लगाया जा सकता है, क्योंकि बीच में कई नदियां और पुल भी हैं इसका काम बहुत तेजी से चल रहा है. अब तो आने वाला समय ही बताएगा कि भोपाल रेल मंडल का सौर ऊर्जा से ट्रेनों का संचालन का दावा जमीन पर कम देखने को मिलता है या नहीं.