भोपाल। मध्य प्रदेश में पहली बार प्रतिबंधित संगठन PFI (Popular front of india) पर मध्य प्रदेश पुलिस भी कसावट करेगी. इसके पहले केवल एटीएस (Anti-Terrorism Squad) ही इस तरह की कार्रवाई करती थी. इनके अलावा मप्र में संचालित होने वाले मदरसों की भी नियमित निगरानी करके लगातार रिपोर्ट सौंपनी होगी. एमपी पुलिस के डीजपी सुधीर सक्सेना ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जोन एडीजी, आईजी, डीआईजी और भोपाल व इंदौर पुलिस के आयुक्त को यह निर्देश दिए हैं.
सितंबर 2022 में पकड़े गए थे PFI सदस्य: इसके पहले सितंबर 2022 में जब पीएफआई के सदस्य पकड़े गए थे तो एमपी डीजीपी सुधीर सक्सेना ने सभी जिलों को एलर्ट रहने के लिए कहा था. सितंबर के बाद भी एनआईए और एटीएस द्वारा की जा रही लगातार कार्रवाई के बाद 22 सदस्य पीएफआई के पकड़े गए. इसके बाद मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस को भी इसमें शामिल होने के निर्देश दिए और कहा कि अवैध मदरसों व पीएफआई व इन जैसे संगठनों पर सख्त कार्रवाई करें.
हर दिन करनी होगी पैदल गश्त: मप्र के प्रत्येक जिले में अब शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक पुलिस पैदल गश्त करेगी. पुलिस के निशाने पर अवैध खनन, अवैध शराब, जुआ-सट्टा, चिटफंड माफिया, भू-माफिया, मिलावट माफिया होंगे. दरअसल बीते दिनों उज्जैन पुलिस ने पीआईटी-एनडीपीएस एक्ट के तहत ड्रग्स माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 तस्करों को जेल भेजा था. इसके बाद इसी को नजीर बनाकर बाकी जिलों में भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
धर्मांतरण पर पर रखें निगरानी: एमपी में महिलाओं का होने वाला धर्मांतरण औैर लव जिहाद के मामले में भी जिला पुलिस को सतत निगरानी बनाए रखने की बात कही है. डीजीपी ने साफ तौर पर कहा है कि जो कोई भी बहन-बेटियों को बहला फुसलाकर उनका धर्म परिवर्तन करवाएं, ऐसे लोगाें पर सख्त कार्रवाई करें. गौरतलब है कि मप्र में धर्मांतरण एक्ट लागू होने के बाद से लगातार इस तरह की कार्रवाई की जा रही है.