भोपाल। चुनावी साल में जनता को खुश करने के लिए शिवराज सरकार लगातार कर्ज ले रही है (MP Government took Loan). हर महीने कर्ज लिया जा रहा है. अभी फिर सरकार बॉन्ड गिरवी रखकर रिजर्व बैंक से दो हजार करोड़ का कर्ज उठा रही है. जिसको लेकर कांग्रेस ने फिर सवाल खड़े किए हैं. प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा शिवराज सरकार बांड गिरवी रख रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से 2 हजार करोड़ का फिर कर्ज लेगी. सरकार पर 55 दिनों के अंदर 19 हजार करोड़ का कर्ज हो जाएगा. भाजपा सरकार ने 18 सालों में कुछ नहीं किया, ना महंगाई कम की, ना रोजगार दिए, ना किसानों की आय दोगुनी की. आखिर करोड़ों रुपया खर्च होता कहां है? उन्होंने कहा सरकार इसका हिसाब दे.
कर्ज में डूबी शिवराज सरकार: मध्य प्रदेश सरकार एक तरफ तमाम योजनाओं की घोषणा कर रही है, दूसरी ओर उसके पास खर्च करने तो दूर कर्मचारियों को वेतन देने तक के लिए पैसे नहीं हैं. सरकार फिर दो हजार करोड़ कर्ज ले रही है. कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाए हैं. इससे पहले भी सरकार करोड़ों रुपए का कर्ज ले चुकी है. हालांकि सरकार ने आने वाले समय में राजस्व बढ़ोतरी की उम्मीद जताई है. वहीं आर्थिक जानकारों का मानना है कि मध्य प्रदेश सरकार अपने सियासी फायदे के लिए कर्ज ले रही है. जिसका सीधा असर जनता पर पड़ना तय है.
Also Read: इन खबरों पर भी डालें एक नजर |
चुकाना पड़ रहा भारी भरकम ब्याज: बता दें कि शिवराज सरकार 2020 में 17 हजार 500 करोड़ का कर्ज ले चुकी है. 31 मार्च 2021 तक सरकार ने 1373 करोड़ का कर्ज ले लिया था. अब तक सरकार पर साढ़े 3 लाख से अधिक का कर्ज है. इसके साथ ही सरकार को भारी-भरकम रकम ब्याज के तौर पर चुकाना पड़ रहा है. सरकार का कहना है कि विकास कार्यों के लिए कर्ज लेना पड़ता है.