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MLA रिपोर्ट कार्डः गोहद विधानसभा क्षेत्र के विधायक के दावों का सच - MLA Jatav

ईटीवी भारत ने प्रदेश में कमलनाथ सरकार के एक साल पूरे होने पर, भिंड के गोहद विधानसभा क्षेत्र के विधायक रणवीर सिंह जाटव से विकास कार्यों को लेकर खास चर्चा की. इस मौके पर क्षेत्र की जनता ने ईटीवी भारत से उनके रिपोर्ट कार्ड पर चर्चा की.

Special conversation with Bhind MLA
गोहद विधायक का रिपोर्ट कार्ड
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Published : Jan 28, 2020, 10:55 AM IST

Updated : Jan 30, 2020, 10:42 AM IST

भिंड। गोहद विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक एक साल पूरा कर चुके हैं. इस मौके पर क्षेत्र की जनता ने ईटीवी भारत से उनके रिपोर्ट कार्ड पर चर्चा की. एक ओर जहां विधायक रणवीर सिंह जाटव विकास कार्यों का ढिंढोरा पीट रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ जनता उनके कामकाज पर सवाल खड़े कर रही है.

गोहद विधायक का रिपोर्ट कार्ड

स्थानीय लोगों ने बताई अपनी समस्याएं
ETV भारत के संवाददाता जब लोगों के बीच पहुंचे तो विधायक के दावों की हकीकत साफ नजर आई. पूरे गोहद विधानसभा क्षेत्र में लोगों की मुख्य समस्याएं हैं. खारा पानी, स्वास्थ्य व्यवस्था और ग्राम पंचायतों में योजनाओं की अनदेखी.

दूर नहीं हुई पीने की पानी की समस्या
सबसे पहले पीने के पानी की समस्या की बात की जाए तो गोहद तहसील में ही 2 बांध बने हुए हैं. एक बरथरा बांध और दूसरा वेसली बांध, इसके बावजूद इलाके में पीने के पानी की समस्या बनी हुई है. जिसे लेकर विधायक रणवीर सिंह जाटव ने कहा था कि 123 करोड़ की लागत से फिल्टर प्लांट सैंक्शन कराया है, जबकि ये फिल्टर प्लांट पूर्व बीजेपी सरकार में ही प्रस्तावित था.

खारे पानी की समस्या, नल-जल योजना फेल
गोहद विधानसभा की सबसे बड़ी समस्या खारे पानी की है. कई गांव खारे पानी की समस्या से झूझ रहे हैं. नल-जल योजना की शुरुआत तो पिछली सरकार में ही हुई थी, लेकिन ज्यादातर फेल हो गई है. जिसमें विधायक ने कहा था कि खारे पानी का गांव में वो दोबारा बोर करा रहे हैं. जब तक पाइप लाइन नहीं चल रही है, तब तक यहां पानी की टैंकरों से सप्लाई की जाएंगी. जिसमें क्षेत्रवासियों ने कहा बिरखडी गांव में पिछले 40 सालों से पाइप लाइन तक नहीं बिछी है. ग्रामीण कहते है कि विधायक जी समस्या जानना तो दूर कभी झांकने तक नहीं आते.

स्वास्थ्य सेवाओं पर विधायक के दावे झूठे
गोहद में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं. गोहद अस्पताल डॉक्टरों की कमी से झूझ रहा है. विधायक ने बीते साल दो नए डॉक्टर्स की भर्ती का दावा किया था, लेकिन अस्पताल में 5 स्पेशलिस्ट में सिर्फ एक डॉक्टर पदस्थ है, ऐसे में जब उपचार में दिक्कत आती है तो मरीजो को ग्वालियर, भिंड रैफर किया जाता है. जिसे लेकर विधायक ने कई दावे किए थे, जिसे बीएमओ ने झूठा साबित कर दिया है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में मशीन तो है, लेकिन टेक्नीशियन नहीं है. अस्पताल में कोई सफाई कर्मचारी भी नहीं है. ठेके पर लोगों से सफाई कराई जा रही है. ऐसे में रोजाना 400- 500 मरीज इलाज के लिए तो पहुंचते हैं, लेकिन सुविधाओं की कमी के चलते इलाज नहीं करा पाते.

गोहद विधायक से खास बातचीत

विधायक रणवीर सिंह जाटव का दावा
विधायक जाटव ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद गोहद विधानसभा क्षेत्र में लगातार जनता के संपर्क में रहे है. साथ ही उन्होंने कहा इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा समस्याएं थी. जिसमें 150 से अधिक गांव में रोड की समस्या है, इनमें से करीब 70 रोड नए सिरे से स्वीकृत कराई गई है. क्षेत्र में अस्पताल की समस्या पर विधायक ने कहा कि कुछ व्यवस्था ठीक की है, पहले यहां पर डॉक्टरों की दिक्कत थी, जिसे दूर करने के लिए एक दो डॉक्टर यहां बढ़ाए गए हैं. साथ ही नई नियुक्तियां करवाई गई है. वहीं खारे पानी का सर्वे कराया गया है. जिसका कमलनाथ सरकार के आने के बाद दोबारा सर्वे कराया गया है.

भिंड। गोहद विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक एक साल पूरा कर चुके हैं. इस मौके पर क्षेत्र की जनता ने ईटीवी भारत से उनके रिपोर्ट कार्ड पर चर्चा की. एक ओर जहां विधायक रणवीर सिंह जाटव विकास कार्यों का ढिंढोरा पीट रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ जनता उनके कामकाज पर सवाल खड़े कर रही है.

गोहद विधायक का रिपोर्ट कार्ड

स्थानीय लोगों ने बताई अपनी समस्याएं
ETV भारत के संवाददाता जब लोगों के बीच पहुंचे तो विधायक के दावों की हकीकत साफ नजर आई. पूरे गोहद विधानसभा क्षेत्र में लोगों की मुख्य समस्याएं हैं. खारा पानी, स्वास्थ्य व्यवस्था और ग्राम पंचायतों में योजनाओं की अनदेखी.

दूर नहीं हुई पीने की पानी की समस्या
सबसे पहले पीने के पानी की समस्या की बात की जाए तो गोहद तहसील में ही 2 बांध बने हुए हैं. एक बरथरा बांध और दूसरा वेसली बांध, इसके बावजूद इलाके में पीने के पानी की समस्या बनी हुई है. जिसे लेकर विधायक रणवीर सिंह जाटव ने कहा था कि 123 करोड़ की लागत से फिल्टर प्लांट सैंक्शन कराया है, जबकि ये फिल्टर प्लांट पूर्व बीजेपी सरकार में ही प्रस्तावित था.

खारे पानी की समस्या, नल-जल योजना फेल
गोहद विधानसभा की सबसे बड़ी समस्या खारे पानी की है. कई गांव खारे पानी की समस्या से झूझ रहे हैं. नल-जल योजना की शुरुआत तो पिछली सरकार में ही हुई थी, लेकिन ज्यादातर फेल हो गई है. जिसमें विधायक ने कहा था कि खारे पानी का गांव में वो दोबारा बोर करा रहे हैं. जब तक पाइप लाइन नहीं चल रही है, तब तक यहां पानी की टैंकरों से सप्लाई की जाएंगी. जिसमें क्षेत्रवासियों ने कहा बिरखडी गांव में पिछले 40 सालों से पाइप लाइन तक नहीं बिछी है. ग्रामीण कहते है कि विधायक जी समस्या जानना तो दूर कभी झांकने तक नहीं आते.

स्वास्थ्य सेवाओं पर विधायक के दावे झूठे
गोहद में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं. गोहद अस्पताल डॉक्टरों की कमी से झूझ रहा है. विधायक ने बीते साल दो नए डॉक्टर्स की भर्ती का दावा किया था, लेकिन अस्पताल में 5 स्पेशलिस्ट में सिर्फ एक डॉक्टर पदस्थ है, ऐसे में जब उपचार में दिक्कत आती है तो मरीजो को ग्वालियर, भिंड रैफर किया जाता है. जिसे लेकर विधायक ने कई दावे किए थे, जिसे बीएमओ ने झूठा साबित कर दिया है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में मशीन तो है, लेकिन टेक्नीशियन नहीं है. अस्पताल में कोई सफाई कर्मचारी भी नहीं है. ठेके पर लोगों से सफाई कराई जा रही है. ऐसे में रोजाना 400- 500 मरीज इलाज के लिए तो पहुंचते हैं, लेकिन सुविधाओं की कमी के चलते इलाज नहीं करा पाते.

गोहद विधायक से खास बातचीत

विधायक रणवीर सिंह जाटव का दावा
विधायक जाटव ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद गोहद विधानसभा क्षेत्र में लगातार जनता के संपर्क में रहे है. साथ ही उन्होंने कहा इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा समस्याएं थी. जिसमें 150 से अधिक गांव में रोड की समस्या है, इनमें से करीब 70 रोड नए सिरे से स्वीकृत कराई गई है. क्षेत्र में अस्पताल की समस्या पर विधायक ने कहा कि कुछ व्यवस्था ठीक की है, पहले यहां पर डॉक्टरों की दिक्कत थी, जिसे दूर करने के लिए एक दो डॉक्टर यहां बढ़ाए गए हैं. साथ ही नई नियुक्तियां करवाई गई है. वहीं खारे पानी का सर्वे कराया गया है. जिसका कमलनाथ सरकार के आने के बाद दोबारा सर्वे कराया गया है.

Intro:प्रदेश भर में जब लोगों ने कांग्रेस पर दांव खेला और पार्टी के प्रत्याशियों को अपना विधायक चुनाव तो 15 साल बाद कांग्रेस की मध्यप्रदेश में वापसी हुई भिंड जिले के गोहद विधानसभा में भी जनता ने दूसरी बार कांग्रेस के प्रत्याशी रणवीर सिंह जाटव को मौका दिया और अपना विधायक चुनाव अपने 1 साल के कार्यकाल के दौरान विधायक रणबीर सिंह जाटव गोहद विधानसभा की जनता के लिए कितने विकास कार्यों की सौगात लाए हैं कितनी व्यवस्थाएं बनाई है यह जानने के लिए ईटीवी भारत के संवाददाता पीयूष श्रीवास्तव ने बात की गोहद विधायक रणवीर सिंह जाटव से


Body:सवाल - गोहद विधानसभा की जनता कई अहम मुद्दों की वजह से परेशान रही है अपने 1 साल के कार्यकाल में आपने सरकार की किन प्रमुख योजनाओं का फायदा इस क्षेत्र की जनता को दिलाया है

जवाब- हमारी सरकार बनने के बाद लगातार हम चुनाव के बाद जनता के संपर्क में रहे करीब 1 साल हो गया उनके सुख में दुख में जन समस्याओं में आगे बड़के निरंतर समस्याएं हल कराने का प्रयास किया है और आगे भी करेंगे इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा समस्याएं थी कि डेढ़ सौ से अधिक गांव में रोड की समस्या है इनमें हमने 50 से अधिक करीब 70 रोड नए सिरे से स्वीकृत कराई हैं चाहे वह जनपद के माध्यम से हूं पीडब्ल्यूडी के माध्यम से हूं ज्यादातर रोड ओके काम चालू भी हो गए हैं रिगेशन की कुछ समस्याएं थी सिंचाई की समस्याएं थी पानी किसानों को समय से मिले उसके लिए हमने प्रयास किया और अब सारी चीजें व्यवस्थित हो रही हैं जो बिजली की समस्याएं थी बीच में अचानक बढ़े हुए आए तो उनके लिए भी कैंप लगवा कर निवारण करवाया गया पानी की समस्या शहर की भी थी इसके लिए भी हमारा प्रयास है कि एक बड़ा प्रोजेक्ट है 133 करोड रुपए का वह हमने स्वीकृत कराया है यह पहले भी हुआ था पर रुक गया फिर दोबारा से शुरू कराया है लगातार ब्रीफिंग हमारे इस प्रोजेक्ट पर जारी है और इस प्रोजेक्ट के जरिए हम यहां पानी की समस्या पूरी तरीके से खत्म करेंगे क्योंकि पानी की समस्या इसलिए भी है कि पहले आबादी कम थी तो पानी की खपत कम थी लेकिन अब आबादी 3 गुना ज्यादा बढ़ चुकी है इसलिए हमने फिल्टर प्लांट स्वीकृत कराया है अस्पताल में जो समस्याएं थी रोगी कल्याण समिति की बैठक में हमने लगातार मॉनिटरिंग की है और बताते रहे हैं कि मरीजों को किसी प्रकार की समस्याएं ना आएं

सवाल- स्थानीय मुद्दों की बात की जाए तो गोहद विधानसभा के करीब 90 फ़ीसदी गांव ऐसे हैं जिनमें खारे पानी की समस्या है यहां लोगों को पीने के लिए पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है साथ ही बेरोजगारी भी इस क्षेत्र की एक बड़ी समस्या है।

जवाब- खारे पानी का हमने सर्वे कराया है पिछली भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में यहां मंत्री थे लाल सिंह आर्य वे 5 साल लगातार मिनिस्टर रहे और खारे पानी की लगातार समस्या रही उनके समय में जितनी भी नल जल योजना हाईवे सभी फेल हो गई एक भी ज़मीन पर चालू नहीं है हमने दोबारा सर्वे कराया है जो खारे पानी के गांव हैं हम दोबारा से उनमें बोर करा रहे हैं बड़े बोर कराकर जब तक पाइप लाइन नहीं चल रही है तब तक यहां बोरकर आकर हम पानी के टैंकर से सप्लाई करेंगे गांव के लिए गांव के आसपास ही जहां अभी हमें मीठा पानी मिलेगा हम वहां से निश्चित तौर पर योजनाएं चालू कर आएंगे कुछ गांव में हमने शुरू कर दी है।
बेरोजगार की संबंध में बात करें तो वाकई कई गांव ही नहीं शहर में भी यह समस्या है हम प्रयास कर रहे हैं क्योंकि गवर्नमेंट जगह प्रक्रिया के तहत है जब भी निकलेंगे तब सरकार ने हमारी नियम बनाए हैं स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी तब तक के लिए हमने मालनपुर उद्योग में बात कर रहे हैं हमने एक दो बार बात भी की तो वे लोग कहने लगे कि हम भी मोदी सरकार की वजह से परेशान हैं उन्होंने सारे व्यापार बर्बाद कर दिए हैं जिसकी वजह से लड़के फैक्ट्रियों से उल्टा निकाले जा रहे हैं हाल ही में 2000 लड़के सूर्या फैक्ट्री वालों ने भी निकाल दिए हैं 3-3 लाख रुपए देकर तो उनकी भी कैपेसिटी देखनी पड़ती है कि उनके पास इतनी जगह है कि नहीं कितने लोगों को ले सकते हैं हमारा प्रयास रहता है कि स्थानीय लोगों को जगह मिले स्थानीय लोगों को फैक्ट्रियां रोजगार दें।

सवाल- गोहद विधानसभा में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं अस्पताल में मशीनें हैं फिर भी उनका उपयोग नहीं हो पा रहा डॉक्टर भी समय नहीं दे रहे हैं जो मरीज हैं वह परेशान हैं या तो उन्हें इलाज के लिए भिंड जाना पड़ता है या ग्वालियर

जवाब- अभी हमने कुछ व्यवस्था ठीक की है क्योंकि वाकई यहां पर डॉक्टरों की दिक्कत थी तो हमने एक दो डॉक्टर यहां बढ़वाए हैं नई नियुक्तियां करवाकर। समस्या यह एक भिंड के नाम पर यहां कोई आना ही नहीं चाहता किसी भी डॉक्टर से बात करो तो उनका कहना होता है कि हम तो ग्वालियर रहना चाहते हैं वही बात अगर मशीन की करें तो मशीनें तो है लेकिन यहां टेक्नीशियन उनके लिए जो होता है वह उपलब्ध नहीं था मशीन संचालन के लिए वह नहीं थे हालांकि हमने व्यवस्था की है और वह भी जल्दी चालू हो रही है तीन-चार दिन मेरी बात हुई थी तो शायद अब तक चालू हो गई होगी मालनपुर में भी चिकित्सालय बना है उसमें भी डॉक्टरों की पदस्थापना हो चुकी है क्योंकि बिल्डिंग इनकंप्लीट है उसकी बाउंड्री स्थापित की जा रही है अब उसमें एक या दो डॉक्टरों की ओर पदस्थापना हो जाए तो व्यवस्थाएं और अच्छी हो जाएंगी।

121- रणवीर सिंह जाटव, विधायक, गोहद विधानसभा क्षेत्र


Conclusion:(नोट - यह स्टोरी असाइनमेंट डेस्क द्वारा मंगाई गई है)

कृपया इस खबर को पब्लिश ना करें असाइनमेंट द्वारा मंगाई गई स्पेशल स्टोरी के लिए 121 है इस पर रियलिटी चेक कल भेजेंगे
Last Updated : Jan 30, 2020, 10:42 AM IST
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