भिंड। इन दिनों एमपी विधानसभा चुनाव 2023 में सबकी निगाहें चंबल पर टिकी हैं, क्योंकि यह क्षेत्र बागियों के लिए बदनाम है. पहले बागी डकैत हुए और फिर राजनीति में भी 2020 में कांग्रेस के बागियों ने एक अलग ही रिकॉर्ड बनाया. लेकिन इस बार कांग्रेस को एक असल बागी का साथ मिल गया है जो अपने समय में एक इशारे पर चुनाव का रुख तय कर देता था. वह पूर्व दस्यु दद्दा मलखान सिंह इन दिनों अंचल में कांग्रेस के प्रत्याशियों के लिए जनता से वोट मांग रहे हैं.
कांग्रेस प्रत्याशी के प्रचार के लिए पहुंचे पूर्व दस्यु: बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व दस्यु मलखान सिंह का अपनी पूर्व पार्टी बीजेपी के लिए ग़ुस्सा उनकी बातों से साफ नजर आ रहा है. गुरुवार को दद्दा मलखान सिंह भिंड की मेहगांव विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी राहुल सिंह भदौरिया के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने मीडिया से भी थोड़ी देर चर्चा की. उन्होंने इस बार चुनाव के रुख में कांग्रेस की एक बार फिर सरकार बनने और कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने का दावा किया.
बीजेपी पर निशाना साधा, बेईमान पार्टी बताया: चर्चा के दौरान पूर्व दस्यु बीजेपी पर भी जमकर भड़के, उन्होंने बीजेपी को छोड़ पार्टी बताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी एक बेईमान पार्टी है, भ्रष्टाचारी दल है. यह गरीबों की पार्टी नहीं है, जिन बीजेपी नेताओं को दिल्ली में किसी से मिलने का वक्त नहीं मिलता था वो ही आज गांव-गांव चक्कर लगा रहे हैं, आज क्यों गांव की गलियों में गरीबों के पास फिर रहे हैं, अब क्या जरूरत पड़ रही है उन्हें. सोचिए कैसी दुर्दशा हो रही है बीजेपी की कि इनके बड़े-बड़े लीडर गांव-गांव में फिर रहे हैं."
चंबल में बीजेपी को इक्का दुक्का सीट मिलने का दावा: दद्दा मालखान सिंह का दावा है कि इस बार जनता ने बदलाव का मन बना लिया है और भारतीय जनता पार्टी की गरीब विरोधी नीतियों की वजह से इसबार भाजपा को पूरे ग्वालियर चंबल संभाग में एक या दो सीटें भी मिल जायें तो बहुत होगा. इस बार जनता कांग्रेस के साथ है और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी.
बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए हैं दद्दा मलखान सिंह: गौरतलब है कि, पूर्व दस्यु मलखान सिंह ने अपनी जवानी में पुलिस और प्रशासन के अन्याय पूर्ण रवैये के चलते बगावत कर बंदूक उठा ली थी, लेकिन बाद में 80 के दशक में उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया था और सजा काटकर बाहर आने के बाद राजनीति में एंट्री कर ली थी. वे लंबे समय तक बीजेपी से जुड़े रहे, लेकिन हाल ही में कुछ महीने पहले वे डॉ गोविंद सिंह के कहने पर बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होगे थे. उनका कहना है कि वे हमेशा अन्याय के खिलाफ अपनी अवज बुलंद करते रहे हैं और आगे भी अपनी अवज उठाएंगे.