भिंड। यूक्रेन और रूस के बीच बढ़ा तनाव युद्ध में बदल चुका है, जिसके बाद यूक्रेन में रहकर पढ़ाई कर रहे हजारों भारतीय छात्र फंसे हुए हैं. भारत सरकार द्वारा उन्हें सुरक्षित वापस लाने की कवायद जारी है, इसी बीच भिंड के भी कुछ छात्र फंसे हुए हैं, फिलहाल भिंड के छात्र ऋषिकेश नरवरिया और सागर शर्मा से न भारत सरकार और ना ही भारतीय दूतावास ने अब तक कोई संपर्क किया है.
परिजनों की सरकार से अपील
मंगदपुरा गांव के रहने वाले किसान रामनरेश सिंह नरवरिया का बेटा ऋषिकेश यूक्रेन के ज़कारपट्टिया के शहर में उज़ोरोइड नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में MBBS के छात्र हैं उनके भाई रामू नरवरिया ने बताया कि, भाई से बात हुई थी वह भारत वापसी की कोशिश कर रहा है. भारत सरकार या भारतीय दूतावास ने अब तक कोई संपर्क नही किया है. उन्होंने कहा कि, भाई वहां परेशान है उसकी यूनिवर्सिटी द्वारा वापस भेजने की व्यवस्था की गई है और बच्चों से 15 हज़ार रुपये लिए गए हैं. ऋषिकेश के पिता ने भी सरकार से उनके बेटे को सुरक्षित बाहर निकालने और घर वापसी करने की अपील की है.
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एम्बेसी को मैसेज कर रोमानिया से निकले छात्र
इसके अलावा भिंड शहर के पुरानी बस्ती में रहने वाली पार्षद शांतिदेवी का पोता सागर शर्मा भी यूक्रेन के एबेने शहर में बने मेडिकल कॉलेज में MBBS सेकंड ईयर में पढ़ रहा है. यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद वह अपने दोस्तों के साथ घर वापसी के लिए रोमानिया की तरफ चल पड़ा है. पिता नवप्रकाश ने बताया कि, बेटे से लगातार बात हो रही है, वह सुरक्षित है उसके साथ करीब 70 छात्र हैं जो बस के ज़रिए रोमानिया जा रहे हैं. रोमानिया से सभी छात्र भारत के लिए फ्लाइट लेंगे. हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि, एम्बेसी से कोई भी संपर्क नहीं है वहां बच्चो के फ़ोन को तक नहीं उठाया जा रहा है. फिलहाल, बच्चों ने एम्बेसी को मेसेज कर दिया है और निकल आये हैं.