भिंड। राजा मिहिर भोज को लेकर विवाद हो या भिंड के बौरेश्वर धाम मंदिर के निर्माण पर विवाद. ठाकुर और गुर्जर समाज आमने-सामने हो रहे हैं. ये टकराव धीरे-धीरे बड़ा आंदोलन का रूप लेता जा रहा है. पूर्व में राजा मिहिर भोज पर लंबे समय तक विवाद चला था, जो आज तक ख़त्म होता नज़र नहीं आ रहा है. ऐसे में भिंड ज़िले के मेहगांव में गुर्जर समाज की महापंचायत काफी अहम मानी जा रही है. इसमें हज़ारों की संख्या में देश के कोने-कोने से गुर्जर समाज के लोग और प्रतिनिधि शिरकत करने पहुंच रहे हैं.
कई मुद्दों पर होगी चर्चा : मध्यप्रदेश में दो माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में इस आंदोलन को कहीं ना कहीं शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है. इस आयोजन की जानकारी देते हुए भिंड से आयोजकों में शामिल भूपेन्द्र गुर्जर ने बताया कि यह आंदोलन मुख्य रूप से अटेर स्थिति प्राचीन बौरेश्वर महादेव मंदिर को लेकर है. साथ अन्य विषयों पर भी चर्चा होगी. इसका आयोजन मेहगांव गल्ला मंडी में किया हा रहा है, जहां भारी तादाद में गुर्जर समाज एक साथ नज़र आएगा. कार्यक्रम में कई नामी चेहरे आएंगे.
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ठाकुर प्रत्याशियों का कर सकते हैं बॉयकॉट : इस कार्यक्रम पर उत्तर प्रदेश के सरधना से विधायक अतुल प्रधान, राष्ट्रीय वीर गुर्जर सेना से चौधरी सोनू गुर्जर मिरागपुरा, राष्ट्रीय युवा गुर्जर स्वाभिमान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट रवींद्र भाटी समेत कई चर्चित चेहरे नज़र आने वाले हैं. इनके साथ ही राजस्थान, उत्तर प्रदेश, झारखंड सहित मध्यप्रदेश के भिंड, मुरैना समेत प्रदेशभर से भी गुर्जर समाज से जुड़े लोग इस महापंचायत में जुटने वाले हैं. सूत्रों के मुताबिक गुर्जर समाज इस आयोजन में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी रणनीति बनाकर चम्बल अंचल में ठाकुर समाज के प्रत्याशियों का वोट बहिष्कार का भी ऐलान कर सकता है. इस आयोजन से एक बार फिर ज़िले में दो समाजों का टकराव होने की भी आशंका देखी जा रही है.