बैतूल। घोड़ाडोंगरी तहसील के सतपुड़ा थर्मल पावर प्लांट के सीएचपी में चल रही फिल्म धाकड़ की शूटिंग के लिए अभिनेता अर्जुन रामपाल देर रात सारणी पहुंचे. जहां लेट नाइट एक्शन सीन शूट किया गया. इसकी तैयारी कोल हैंडलिंग प्लांट में पहले से ही पूरी कर ली गई थी. अर्जुन रामपाल से पहले अभिनेत्री कंगना रनौत ने यहां शूटिंग की थी.
सीएचपी में चल रही 'धाकड़' की शूटिंग
1 फरवरी को ही अभिनेत्री कंगना रनौत बैतूल जिले की बॉर्डर पर स्थित एक रिसॉर्ट में आ रुकी है. इसके बाद 2 दिनों तक लगातार शूटिंग का अभ्यास चला. इसके बाद से नियमित फिल्म की शूटिंग चल रही है. अलग-अलग दिनों में एक्शन मूवी धाकड़ को फिल्माया गया. 10 फरवरी की शाम को अभिनेता अर्जुन रामपाल भी कोल हैंडलिंग प्लांट पहुंचे. बताया जा रहा है कि फिल्म के लिए विशेष तौर पर तैयार किए गए बंकर में ब्लास्ट कर उसे उड़ाया जाएगा. अब तक घोड़ाडोंगरी तहसील के सारणी में दमुआ रोड के मोड़, छठ घाट और कोल हैंडलिंग प्लांट में फिल्म के दृश्य शूट किए गए हैं.
शूटिंग देखने के लिए लोगों में उत्साह
फिल्म कि शूटिंग देखने के लिए लोगों में जबरदस्त उत्सुकता है. लेकिन कोल हैंडलिंग प्लांट के प्रवेश द्वारों और शूटिंग स्थल पर पहुंचने से पहले इतनी तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है कि शूटिंग स्थल पर किसी का भी पहुंचना मुश्किल है. सीएचपी में सुरक्षा व्यवस्था कितनी जबरदस्त की गई है. इसका अंदाजा पावर प्लांट के जिम्मेदार प्रमुख अधिकारियों को भी प्रवेश नहीं देने से ही लगाया जा सकता है. बीते दिनों कोल हैंडलिंग प्लांट के मुख्य अधिकारी को ही गेट पर रोक लिया गया. इसके बाद पावर हाउस के मुख्य अभियंता ने शूटिंग स्थल पर जाकर जमकर फटकार लगाई और कहा कि ढाई लाख रुपए महीने के वेतन पाने वाले अधिकारियों को गैर जिम्मेदाराना तरीके से रोकना उचित नहीं है.
पावर हाउस के अधिकारियों के साथ बदसलूकी
इसके ठीक 2 दिन बाद पावर हाउस सारणी के ही मुख्य अग्नि अधिकारी के साथ भी फिल्म से जुड़े और उनकी सुरक्षा में लगे लोगों द्वारा बदसलूकी की घटना सामने आई. बात यहीं पर नहीं रुकी. पावर प्लांट के ही और भी कई अधिकारियों को शूटिंग देखने के लिए परेशान होना पड़ रहा है. दरअसल जितने भी स्थानीय लोगों को जिम्मेदारी दी गई है. लगभग सभी का रवैया प्लांट के अधिकारियों से लेकर अन्य कई विभागों के अधिकारियों के प्रति इतना बेकार है कि लोग अब आक्रोश व्यक्त करने से भी पीछे नहीं हट रहे. यूं कहे तो शूटिंग के लिए फिल्म से जुड़े लोगों को अति संवेदनशील क्षेत्र देना प्लांट के अधिकारियों को भी महंगा पड़ रहा है. जिस स्थान पर इन दिनों फिल्म धाकड़ की शूटिंग चल रही है वह बहुत ही संवेदनशील क्षेत्र है.
प्लांट की सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवाल
इसी स्थान से पावर प्लांट की इकाइयों को चलाने कोयले की आपूर्ति होती है. यहां फिल्म से जुड़े लोगों के अलावा और भी कई लोग मौजूद है. जिनसे सीएचपी की सुरक्षा को खतरा होने से इनकार नहीं किया जा सकता. इन दिनों शूटिंग के लिए लगभग एक सैकड़ा गाड़ी और लगभग 500 से अधिक लोग कोल हैंडलिंग प्लांट में डेरा डाले हुए हैं. जिनका सत्यापन भी बमुश्किल ही किया गया है. ऐसे में प्लांट की सुरक्षा पर सवाल उठने लाजिमी है.