बालाघाट। आर्ट ऑफ लिविंग संस्था बालाघाट द्वारा गुरूपूर्णिमा के अवसर पर हरियाली महोत्सव मनाया. इस दौरान 'योग' के साथ वृक्षारोपण कर प्रकृति को स्वच्छ एवं प्रदूषण रहित बनाने का संदेश दिया गया. आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवक सुरजीत सिंह ठाकुर ने बताया कि गुरूपूर्णिमा को हरियाली महोत्सव के रूप मनाया गया. साथ ही इस शुभ अवसर पर योग के साथ विश्वविख्यात सुदर्शन की गई. वहीं गुरूजनों के प्रति क्रतज्ञता व्यक्त कर नमन करने गुरूपरम्परा अनुसार गुरूपूजा की गई.
सुरजीत सिंह ठाकुर ने बताया कि पूजा के माध्यम से अभी तक पृथ्वी पर ज्ञान प्रदान करने वाले सभी गुरूजनों का अव्हान कर उनका पूजन किया गया. सुबह 6 बजे सुबह 9 बजे तक योग का आयोजन किया गया. साथ ही दोपहर में लक्ष्मीतरू और कदम के पौधों का वृक्षारोपण कर उन्हें सुरक्षित रखने ट्री-गार्ड लगाया गया. साथ ही उन पौधो के पालन-पोषण हेतु उन्हें संरक्षित करने की प्रत्येक व्यक्ति ने जिम्मेदारी ली.
वहीं शाम 07 बजे से ऑनलाईन बैंगलुरू अन्तर्राष्ट्रीय केन्द्र से गुरूदेव श्रीश्री रविशंकर जी के सानिध्य में आयोजित महासत्संग में सुमधुर भजनों की प्रस्तुतियां हुईं. साथ ही इस अवसर पर पूर्णिमा ध्यान परम पूज्य गुरूदेव श्री श्री ने करवाया. श्री श्री ने कहा है कि जब चंन्द्र या सूर्य ग्रहण हो उस समय पर ध्यान भजन और मंत्रों के जाप का प्रभाव कई गुना अधिक होता है.
आर्ट ऑफ लिविंग स्वयंसेवक हेमा वाधवानी ने कहा कि आज मानव जीवन में प्रकृति का बहुत बड़ा महत्व है, लेकिन शुद्ध वातावरण और शुद्ध वायु नहीं होने कारण आज कई प्रकार की बीमारियां मनुष्य को घेर रखी हैं. इसके साथ ही प्रकृति का संतुलन पूरी तरह से बिगड़ता जा रहा है, जिसके परिणाम बीते कुछ वर्षों से हम सबके सामने हैं.
हेमा वाधवानी ने कहा कि प्रकृति की सुरक्षा प्रत्येक व्यक्ति जिम्मेदारी होती है, इसी बात का बोध आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा लोगों को कराया जा रहा है. हम सभी प्रकृति की सुरक्षा में अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर उन्हें संरक्षित भी करें. इस अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग के सभी सेवक उपस्थित थे. साथ ही सभी से पौधारोपण करने कि अपील की है.