अशोकनगर। रिजोदा खरीदी केंद्र पर 3 दिनों से किसानों की फसलों की तौल नहीं होने से नाराज किसानों ने कोलुआ रोड पर ट्रैक्टर आड़े खड़े कर जाम लगा दिया और त्रिपाल पर बैठकर धरना देना शुरू कर दिया. किसान पुलिस प्रशासन सहित प्रशासनिक अधिकारी की समझाइश के बावजूद वहां से नहीं हटे. 3 घंटे तक चक्काजाम के बाद कलेक्टर डॉ मंजू शर्मा ने किसानों की तौल दिन और रात करने की बात को मंजूरी दी. जिसके बाद किसानों ने चक्काजाम हटाया.
खरीदी केंद्रों पर हम्मालों को तुलाई के बदले पैसा नहीं मिलने से उन्होंने किसानों का अनाज तोलने से मना कर दिया जिसके बाद किसान काफी परेशान हो गए और उन्होंने चक्काजाम कर दिया. जब किसान तमाम अधिकारियों की समझाइश के बाद भी नहीं माने तो कलेक्टर डॉ मंजू शर्मा ने किसान संघ से तौल तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की टोलियां नहीं चलती तब तक खरीदी केंद्र पर तौल बंद नहीं की जाएगा. जिसके बाद किसान एवं संघ के पदाधिकारियों ने चक्का जाम हटाया एवं अपनी-अपनी फसल की तौल खरीदी केंद्र पर कराई.
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की बड़ी लापरवाही
खरीदी केंद्रों पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की मॉनिटरिंग के चलते किसानों की फसलों की तुलाई होना थी. लेकिन रिजोदा खरीदी केंद्र के प्रबंधक की गंभीर हालत के कारण उन्हें भोपाल में भर्ती कराया गया. जिसके बाद केंद्र पर अव्यवस्था फैल गई. मजदूरों को भी तुलाई का भुगतान नहीं हो पाया. जिसके कारण किसानों को परेशान होकर चक्का जाम करना पड़ा. लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग हाथ पर हाथ रखे बैठा रहा. यदि विभाग की सजगता रहती तो सोसाइटी का चार्ज दूसरे समिति प्रबंधक को दिया जा सकता था. लेकिन विभाग की लापरवाही के चलते यह बड़ा आंदोलन किसान करने पर मजबूर हुए.
दिन-रात तुलाई का आदेश
10 कांटा लगा कर शुरू की गई तौल-3 दिनों से खरीदी केंद्रों पर किसानों की फसलों की तुलाई नहीं हुई. लेकिन चक्का जाम के बाद कलेक्टर की समझाइश के बाद खरीदी केंद्र पर 10 कांटे लगाकर किसानों की फसल की तौल शुरू की गई. कलेक्टर ने आपूर्ति विभाग को निर्देश दिए कि जब तक किसानों की फसल की तौल पूरी नहीं हो जाती तब तक दिन और रात फसलों की तुलाई की जाएगी.
दूसरे समिति प्रबंधक को सौंपी जिम्मेदारी
रिजोदा खरीदी केंद्र के प्रबंधक रमेश सेन की 10 दिन पहले अचानक तबीयत खराब हो जाने के कारण उन्हें भोपाल में भर्ती कराया गया. जिसके बाद केंद्र पर कोई जिम्मेदार व्यक्ति नहीं होने के कारण हम्मालों ने तौल करने से इंकार कर दिया.लेकिन किसानों के प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने रिजोदा खरीदी केंद्र की जिम्मेदारी दूसरे समिति प्रबंधक लखन सेन को दे दी है. जिनके द्वारा केंद्र पर किसानों की फसलों की तुलाई की जाएगी.
किसानों की परेशानी
किसान संघ के प्रदेश महामंत्री जगराम सिंह यादव ने बताया कि 3 दिनों से किसानों की फसलों की तुलाई नहीं हो रही थी. जिसके कारण किसानों को 3 दिन से यहां रहने को मजबूर होना पड़ रहा था. कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को मौखिक शिकायत दर्ज कराई गई. लेकिन विभाग ने एक नहीं सुनी, इसके बाद मजबूर होकर चक्का जाम करना पड़ा.
संघ के पदाधिकारी राजकुमार रघुवंशी ने बताया की समर्थन मूल्य पर मसूर एवं चने के पंजीयन भी हुए थे, लेकिन आज तक ना तो मसूर और ना ही चने का एक भी दाना खरीदी केंद्रों पर नहीं तुल सका. जिससे किसान शासन की योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रहा. रघुवंशी ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 20 मई तक चना एवं मसूर की फसल की तौल शुरू नहीं होती तो प्रशासन की ईट से ईट बजाने की कार्रवाई की जाएगी.