अशोकनगर। जिले में सीता माता के मंदिर में हर साल मेला लगता है. परंपरा के मुताबिक यहां पर नाचने वाली महिलाओं से लोग आशीर्वाद लेते हैं. मेले शामिल होने आए नृत्यांगनाओं के HIV टेस्ट कराए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. मानवाधिकार आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए अशोकनगर कलेक्टर से जवाब मांगा है. कलेक्टर को 1 हफ्ते के अंदर पूरे मामले में जवाब देने को कहा गया है.
नृत्यांगनाओं का कराया HIV टेस्ट: हर साल की तरह अशोक नगर जिले की मुंगावली तहसील के ग्राम करीला में रंगपंचमी के दिन विशाल मेले का आयोजन किया जाता है. करीला मेले में आईं नृत्यांगनाओं का स्वास्थ्य विभाग से 'एचआईवी टेस्ट' कराया. राज्य मानवाधिकार आयोग ने इसे आपत्ति जनक बताते हुए घोर अपमानजनक और अमानवीय बताया है. घटना पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया है. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था व श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए लेकिन इन्हीं में एक अजीबो-गरीब व्यवस्था थी. जिसे समझ पाना थोड़ा मुश्किल था.
जांच दल गठित: इस साल करीला मेले में नाचने आने वाली डांसर्स का HIV टेस्ट कराया गया. स्वास्थ्य विभाग ने खुद इस बात को स्वीकारा है. फिलहाल इस प्रकार से नृत्यांगनाओं का एचआईवी टेस्ट कराने वाले प्रशासन के फैसले को लोग धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बता रहे हैं, हालांकि CMHO को पद से हटा दिया गया है. जांच के लिए 3 सदस्यीय दल बनाया गया है.