अनूपपुर। जिले के कोतमा थाना अंतर्गत ग्राम बगैया में 11 नवंबर को दो माह के मासूम की मौत हो गई. परिजन मासूम की मौत का कारण टीकाकरण बता रहे हैं. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. वहीं इसके पूर्व भी ग्राम में ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जिसमें ANM की लापरवाही से एक बच्चे की जान चली गई थी. उसी शंका पर परिजनों ने पुलिस में शिकायत की है.
वहीं ANM कामेश्वरी मरावी ने बताया कि 10 नवंबर को बच्चे को आंगनबाड़ी केंद्र में टीका प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार लगाया गया था. जिसमें बच्चे को 3 इंजेक्शन और दो ड्रॉप भी पिलाए गए थे. टीका लगाने के बाद बच्चा ठीक था. घर जाने के बाद दूसरे दिन 11 नवंबर को परिजनों ने ANM कामेश्वरी मरावी को कॉल करके बताया कि बच्चा बहुत रो रहा है और दूध नहीं पी रहा है. जिसके बाद ANM ने तुरंत उन्हें बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाने की बात कही. जब परिजन बच्चे को डॉक्टर के पास ले गए तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. अब परिजन नवजात की मौत का कारण टीकाकरण को मान रहे हैं.
बच्चे की मृत्यु के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा लाया गया. जहां बच्चे का पोस्टमार्टम किया गया है. समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा के बीएमओ का कहना है कि वैसे तो टीकाकरण से बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचता है. अगर टीकाकरण कभी इंफेक्शन भी करता है तो तत्काल उसका रिएक्शन होता है. बच्चे की तबीयत या तो पहले से बिगड़ी रही होगी या टीकाकरण के बाद बिगड़ी होगी. यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि बच्चे की मौत किस वजह से हुई.