अनूपपुर। जिले के कोतमा थाना अंतर्गत ग्राम खोडरी में पुजारी द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या का मामला सामने आया. खोडरी की ही महिला सुशीला रैदास द्वारा कोतमा थाना में शिकायत की गई थी. इसी आधार पर आरोपी रामेश्वर पाण्डेय के विरुद्ध कई धाराओं में केस दर्ज हुआ था. पुजारी रामेश्वरम पांडे को पुलिस द्वारा घंटों तक थाने में बंद रखा गया. बुधवार शाम को जमानत पर पुजारी को छोड़ दिया गया. इसके बाद पुजारी ने गुरुवार को सुसाइड कर लिया.
परिजन ने लगाए प्रताड़ना के आरोप : पुजारी रामेश्वरम पांडे की आत्महत्या मामले को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया. घंटों तक शव को रखकर ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन का विरोध किया. इस दौरान कोतमा विधानसभा क्षेत्र के नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर महिला और कोतमा थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. मृतक के परिजनों ने कोतमा थाना प्रभारी पर प्रताड़ना के आरोप लगाए. परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने के नाम पर 1 लाख रुपये की मांग की गई.
एसपी ने थाना प्रभारी को किया लाइन अटैच : परिजन व ग्रामीणों द्वारा मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए कई घंटों तक नही ले जानें दिया गया. ग्रामीणों द्वारा फर्जी शिकायत करने वाली महिला के विरुद्ध और थाना प्रभारी पर प्रताड़ना के आरोप लगाए. पीड़ित परिजन और ग्रमीण कार्रवाई की मांग पर अड़ गए. इस पर एसपी ने कोतमा थाना प्रभारी को लाइन अटैच किया. इस मामले की जांच के लिए एसडीओपी कीर्ति बघेल को जिम्मेदारी सौंपी गई है. मृतक के भांजे राजकुमार तिवारी का इस मामले में कहना है कि पुलिस की प्रताड़ना से मामा ने जान दी है.
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शिवपुरी में किसान ने किया सुसाइड का प्रयास : शिवपुरी जिले के बदरवास तहसील के ग्राम खतौरा में एक किसान ने खेत में उगी सब्जी की फसल खराब होने के कारण आत्महत्या करने का प्रयास किया. किसान के परिजनों ने उसे उपचार के लिए अस्पताल भर्ती कराया, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. ग्राम खतौरा निवासी किसान जगदीश कुशवाह किसान ने बिजली कंपनी के सुपरवाइजर पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उसका कहना है कि एक बार डीपी में सुपरवाइजर मोहम्मद शब्बीर कुर्रेशी के कहने पर तेल डलवाया. इसके बाद जब बिल की बारी आई तो गांव वालों ने 70 हजार रुपये इकट्ठे करके दे दिए, ताकि गांव में लाइट आ सके, लेकिन इसके बाबजूद भी विद्युत वितरण कंपनी के जिम्मेदार अधिकारियों ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की.