अलीराजपुर। मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिले अलीराजपुर में पुलिस पर आए दिन कोई ना कोई आरोप लग रहे हैं. दो दिन पहले जिले के सोण्डवा थाना क्षेत्र के बेजड़ा गाव में एक महिला के घर से पुलिस के चार जवानों पर 240 सोने के सिक्के जमीन मे से निकाल कर ले जाने का आरोप लगाया. इस मामले मे एसपी ने सोण्डवा थाना प्रभारी सहित तीन अन्य पुलिस कर्मियो को सस्पेंड कर चारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली तो वहीं दो दिन बाद आलीराजपुर जिले के नानपुर थाने की पुलिस पर ग्रामीणों ने असली चांदी के बजाए नकली चांदी देने आरोप लगाे.
जांच में नकली निकली चांदी : ग्रामीणो ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर नानपुर पूलिस ने थाने पर बुलाकर चोरी गए चांदी के आभूषण लौटाए. लेकिन जब चांदी की जांच की गई तो वह नकली निकली. इस मामले को लेकर ग्राम अजंदा और सेजगांव के ग्रामीण शनिवार को समाजसेवी नितेश अलावा के नेतृत्व में एसपी हंसराजसिंह से मिले. उनका आरोप है कि पुलिस ने उन्हें जो चांदी लौटाई है, वह नकली है. साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है. सेजगांव के भुड़की फलिये में रहने वाले पातलिया पिता नाथू ने अपने पुत्र कैलाश के साथ आकर एसपी को आवेदन दिया है.
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कोर्ट के आदेश पर लौटाए गहने : फरियादी ग्रामीण कैलाश ने बताया 21 दिसंबर 2021 में उनके घर पर चोरी हुई थी. चोर करीब 8 किलो चांदी चुराकर ले गए थे. चोरी की रिपोर्ट नानपुर पुलिस थाने में कराई थी. कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने हमें 22 जुलाई को सिर्फ 2 किलो चांदी लौटाई. जब इसकी जांच हमने कराई तो यह चांदी नकली निकली. उनका आरोप है कि पुलिस ने हमें नकली चांदी दी है. एसपी से उचित कार्रवाई की मांग की. नितेश अलावा ने एसपी से चर्चा कर बताया कि आदिवासी समाज में चांदी का बहुत महत्व है. हर कार्य में इसका उपयोग होता है, इसके बावजूद उन्हें असली की जगह नकली चांदी देना गलत है.