सागर। कहते हैं दुनिया किसी के लिए नहीं रूकती, लेकिन कोरोना संक्रमण ने दुनिया की गति को काफी प्रभावित किया है, जहां एक ओर सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में कोरोना से लड़ रहे डॉक्टर्स लगातार मरीजों को स्वस्थ करने की कोशिशों में जुटे हैं. वहीं एक ऐसा मामला सामने आया जो डॉक्टरों के लिए भी नई चुनौती की तरह था. मामला बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज का है जहां एक गर्भवती महिला को लाया गया जो कोरोना पॉजिटिव थी, ऐसे में वहां के डॉक्टरों ने इस चुनौती को स्वीकार किया और महिला का सफल प्रसव कराया.
इस स्थिति में डॉक्टर्स के लिए प्रसव करवाना बड़ी चुनौती थी, लेकिन बीएमसी ने इस चुनौती को स्वीकार किया और मोती नगर निवासी महिला का प्रसव कराया. बीएमसी स्त्री रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ शिखा पांडे ने प्रबंधन के उच्च अधिकारियों और कोविड-19 प्रभारी से सलाह कर अपनी टीम तैयार करने के लिए अन्य विभागों से संपर्क किया, जिसके बाद सभी ने प्रसव पीड़ा से पीड़ित मां की स्थिति को समझते हुए तुरंत ही अपनी सहमति दे दी. कोरोना वायरस के चलते सभी सावधानियों को ध्यान में रखते हुए ऑपरेशन थिएटर को तैयार किया गया.
डॉ शिखा पांडे और डॉ संयोगिता सहित उनकी टीम ने कई घंटों की मशक्कत के बाद सिजेरियन का फैसला लिया और आखिरकार देर रात बीएमसी का प्रथम कोरोना पॉजिटिव सिजेरियन ऑपरेशन किया, जो कि सफल रहा और एक बच्ची का जन्म हुआ. एक तरफ जहां लोगों में कोरोना वायरस से भय का वातावरण है. ऐसे समय में बीएमसी के चिकित्सकों की उत्कृष्ट सेवाएं लोगों के मन में आशा जगाती हैं.