सागर। बदलते मौसम के साथ ही हैजा का प्रकोप भी तेजी से बढ़ने लगा है. सागर के बंडा विकासखंड के पिड़रुआ गांव में दूषित पानी पीने (Contaminated Water) से हैजा फैल गया. गांव में पिछले 3 दिनों में उल्टी-दस्त से पीड़ित होने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है. रविवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम पिडरूआ गांव पहुंची और शिविर लगाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया. गांव में करीब 60 लोग ऐसे मिले हैं, जो हैजा से पीड़ित पाए गए हैं. इनमें से कई लोगों को जिला चिकित्सालय और बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (Bundelkhand Medical College) रेफर किया गया है. इसके अलावा कई लोग निजी चिकित्सालय में अपना इलाज करा रहे हैं.
क्या है मामला ? : ग्रामीणों के लोगों का कहना है कि ''गांव में सिर्फ दो हैंडपंप ऐसे हैं जो पेयजल की आपूर्ति करते हैं, लेकिन बरसात शुरू होते ही हैंडपंप में दूषित पानी आने लगता है. हैंडपंप ऐसी जगह लगे हैं जहां बरसात का पानी जमा हो जाता है और काफी गंदगी रहती है''. पिछले दो दिनों में गांव में बड़े पैमाने पर उल्टी दस्त के पीड़ितों की संख्या में इजाफा हुआ है. खासकर गांव के रावत मोहल्ला में कई लोग हैजा से पीड़ित पाए गए हैं. रविवार को जब मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा होने लगा तो लोगों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी. मौके पर तत्काल स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजी गई. बंडा बीएमओ डॉ. अमित आनंद असाटी, डॉ. आरएस चौधरी और मेडिकल स्टाफ गांव में ही रुक कर पीड़ितों का इलाज कर रहा है.
गांव में लगा शिविर: बंडा विकासखंड के बीएमओ डॉ. अमित आनंद असाटी के अनुसार ''गांव में कई लोगों के बीमार होने की खबर मिली थी. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जब लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया, तो ज्यादातर लोग हैजा (Cholera Outbreak) से पीड़ित पाए गए हैं. उल्टी-दस्त की वजह गांव के हैंडपंपों का दूषित पानी है. पिढ़रूआ पंचायत के दो वार्डों में मरीज सामने आए हैं. गांववालों को क्लोरीन की गोलियां बांट दी गई हैं. पीड़ित लोगों को इलाज के लिए बंडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला चिकित्सालय सागर रेफर किया गया है. कुछ लोगों को मेडिकल कॉलेज भी रेफर किया गया है. इसके साथ ही ग्रामीणों को उल्टी-दस्त से बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं.(Five dozen people hospitalized) (Cholera Outbreak in sagar) (60 people sick due to drinking contaminated water)