इंदौर। रूस और यूक्रेन के बीच सीमा विवाद (Russia Ukraine border dispute mp connection) जारी है, जिसके बाद दुनिया भर में हलचल तेज हो गई है. रूस ने बार्डर पर 1 लाख सैनिकों और हथियारों को जमा कर लिया है. इसके साथ ही युक्रेन में पढ़ाई कर रहे भारतीय बच्चों पर संकट मंडरा रहा है. देश के 20 हजार बच्चे वहां फंसे हुए हैं. हालांकि भारत सरकार ने सभी को वहां से भारत लौटने की सलाह दी है. इधर इंदौर में भी ऐसे 60 परिवार हैं जो अपने अपने बच्चों को यूक्रेन से भारत वापस लाने की गुहार भारत सरकार से लगा रहे हैं.
यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं बच्चे
यूक्रेन में हजारों भारतीय बच्चे मेडिकल प्रैक्टिस (Medical Practice) और मेडिकल का कोर्स कर रहे हैं. इनमें इंदौर के बच्चों की संख्या भी करीब 60 है. अब जबकि रूस यूक्रेन पर हमला करने की आशंका गहरा गई है तो यह तमाम बच्चे भी किसी तरह अपने देश लौटने की कोशिशों में जुटे हैं. हालांकि यूक्रेन एंबेसी ओर विदेश मंत्रालय से सभी का संपर्क नहीं हो पाने के कारण कई बच्चों ने सोशल मीडिया पर अपने वीडियो वायरल करके भारत सरकार एवं विदेश मंत्रालय से गुहार लगाई है.
मंत्री तुलसी सिलावट ने दिया परिजनों को आश्वासन
यूक्रेन में रहने वाले इंदौर के छात्रों ने कुछ वीडियो अपने परिजनों को भेजे हैं. जिसके बाद से परिजनों को बच्चों की चिंता सता रही है. लोगों ने सांसद शंकर लालवानी से बात की और अपने बच्चों को सलामत वापसी की गुहार लगाई है. शंकर लालवानी का कहना है कि यूक्रेन के हालात पर बच्चों की तमाम जानकारी के साथ विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) को पूरी सूचना भेजी गई है. इस मामले में विदेश मंत्री से भी बात हुई है, बच्चों के हित में कोई ना कोई निर्णय जरूर लेंगे. परिजनों ने जल संसाधन मंत्री को भारत सरकार से संपर्क करने को कहा है. वहीं मंत्री तुलसी सिलावट ने बच्चों को सकुशल भारत लाने का आश्वासन परिजनों को दिया है. (Russia Ukraine border dispute mp connection) (Indore students stuck in Ukraine)