इंदौर। एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है. इंदौर के पास रलायता गांव में रहने वाले मजदूर अम्बाराम की तीन बेटियां गुजरात के अमरेली जिले में आने वाले साजियावदर गांव में फंसी थी. मजदूर ने अपनी बेटियों की वापसी की गुहार सरकार से लगाई थी. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. जबकि गुजरात में ईटीवी भारत की टीम साजियावदर गांव में मजदूर की तीनों बेटियों के पास भी पहुंची थी. जिसके बाद इंदौर की देपालपुर विधानसभा सीट से स्थानीय विधायक विशाल पटेल ने मजदूर की तीनों बेटियों को गुजरात से वापस लाकर उनके मां-बाप से मिलवाया.
स्थानीय विधायक ने अधिकारियों से बातचीत कर मजदूर की बेटियों को वापस लाने के लिए पास बनवाया और उन्हें वापस लेकर आए. ईटीवी भारत की टीम गुजरात साजियावदर गांव भी पहुंची थी. जहां ये तीनों लड़कियां रुकी थी. जिसके बाद साजियावदर गांव के सरपंच ने भी इन्हें भेजने के लिए इंदौर में स्थानीय प्रशासन से संपर्क किया था. 11 मई को मजदूर की तीनों बेटियां अपने घर पहुंच गई. बेटियों से मिलने के बाद मां-बाप के चेहरे खिल उठे तो बेटियां भी अपने माता-पिता से मिलकर बेहद खुश नजर आई.
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पिछले दो महीनें से बेटियों से दूर थे माता-पिता
बता दें कि रलायता गांव में रहने वाले मजदूर अम्बाराम गुजरात के साजियावदर गांव में मजदूरी करते थे. उनके साथ उनका पूरा परिवार वही रहता था. लेकिन बेटे की तबियत खराब होने के बाद वे अपनी तीनों बेटियों को वहीं छोड़कर पत्नी के साथ बेटे का इलाज कराने इंदौर आ गए थे. लेकिन वापस लौटने के पहले ही लॉकडाउन लग गया और वे वापस नहीं जा पाए. जिससे उनकी तीनों बेटियां गुजरात में ही फंस गई.
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खबर को प्रमुखता से दिखाने के बाद हरकत में आया प्रशासन
मजदूर अम्बाराम ने अपनी तीनों बेटियों को बुलाने के लिए प्रशासन से मदद की गुहार लगाई थी. जिसके बाद इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. बाद में स्थानीय विधायक विशाल पटेल ने गुजरात में फंसी मजदूर की तीनों बेटियों को वापस लाने के लिए ई पास बनवाया और मजदूर को कार से साजियावदर गांव पहुंचाया जहां से वह अपनी तीनों बेटियों को वापस लेकर लौट आए.
बेटियों के लौटने से लौटी परिवार की खुशियां
तकरीबन दो माह बाद जब बेटियां घर लौटी तो मां-बाप के आंसू छलक पड़े. हालांकि देर से ही सही इस मजूदर के परिवार की खुशियां फिर से लौट आई. जिला प्रशासन ने तीनों लड़कियों का चेकअप कराकर उन्हें उनके राशन की व्यवस्था भी की है. ताकि उन्हें आने वाले वक्त में परेशानियों का सामना न करना पड़े.