इंदौर। दीवाली के बाद मध्यप्रदेश में तख्तापलट कर शिवराज सिंह चौहान को फिर मुख्यमंत्री बनाए जाने के बयान से आखिरकार खुद नेता प्रतिपक्ष ही पलट गए हैं. मंगलवार को इंदौर में उन्होंने अपने बयान में स्पष्ट किया कि झाबुआ की चुनावी सभा में दिया गया ये बयान सिर्फ एक चुनावी भाषण है, जिसे गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए और ना ही इसके अर्थ का अनर्थ करना चाहिए. उन्होंने स्पष्ट किया कि फिलहाल मध्यप्रदेश में कोई भी हॉर्स ट्रेडिंग नहीं चल रही है.
मध्यप्रदेश में संख्या बल में कमी के कारण सत्ता से दूर रही बीजेपी अब उपचुनाव में आम मतदाताओं को तख्तापलट कर शिवराज को दीवाली के बाद मुख्यमंत्री बनाए जाने के कोरे दावे करने से भी नहीं चूक रही है. इस स्थिति को नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने स्पष्ट कर दिया, उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीजेपी तख्तापलट कर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है, क्योंकि संख्या बल में बीजेपी के विधायक कांग्रेस की तुलना में कम हैं. ऐसी स्थिति में हॉर्स ट्रेडिंग की भी कोई गुंजाइश नहीं है.
उन्होंने दीवाली के बाद शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर अपने ही बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा झाबुआ की एक चुनावी सभा में ये बात सिर्फ एक चुनावी भाषण है, जिसे गंभीरता से नहीं लिया जा सकता. गोपाल भार्गव ने कहा कि मेरे इस बयान को सामान्य तौर पर लिया जाना चाहिए ना किसका अर्थ का अनर्थ करना चाहिए.