ग्वालियर। शहर का बदनापुरा और रेशम पुरा देहव्यापार के लिए बदनाम है. लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते अब यहां जाति विशेष के लोग अपनी लड़कियों से देह व्यापार नहीं कराते हैं बल्कि उन्हें महानगरों में देह व्यापार के लिए भेजते हैं. इसी सिलसिले में रविवार तड़के पुलिस ने दोनों जगह दबिश दी. यहां देह व्यापार के लिए तैयार की जा रही तीन लड़कियां ऐसी मिली हैं जिनके बारे में उनके कथित परिजन कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके. पुलिस ने इन्हें बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है. लेकिन स्थानीय पार्षदों का कहना है कुछ महिलाओं सहित एक दर्जन लोगों को पुलिस ने थानों में बिठाया है.
6 लड़कियां बरामद: देह व्यापार के लिए बदनाम इलाके बदनापुरा में रविवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब ग्वालियर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने गांव में घुसकर छापामार कार्रवाई कर दी. पुलिस की इस छापामार कार्रवाई में छह नाबालिग लड़कियों को बरामद किया. जिनमें से केवल तीन लड़कियों के वैध दस्तावेज मिले हैं. वहीं तीन अन्य नाबालिगों के दस्तावेजों को पेश करने पुलिस ने निर्देश दिये हैं. इस मामले में बाल कल्याण समिति की मदद भी ली जा रही है.
नाबालिग से देहव्यापार कराने वाली महिला आरोपी गिरफ्तार, अजमेर से बैतूल लाकर बेची थी लड़की
संदिग्धों से पूछताछ जारी: पुलिस के अधिकारी इस मामले में अभी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. हालांकि एडिशनल एसपी मृगाखी डेका के मुताबिक ये कार्रवाई मुखबिर की सूचना के आधार पर हुई थी, और अभी संदिग्धों से पूछताछ जारी है. लेकिन अधिकारिक बयान और खुलासे के लिए एसएसपी के निर्देश का इंतजार है.
पार्षदों ने पुलिस पर लगाए आरोप: इस मामले में कांग्रेस के स्थानीय पार्षद भी इस मामले में कूद गए हैं. वार्ड नंबर 1 और 5 के पार्षद ने अपने क्षेत्र के मतदाताओं को अवैध रूप से हिरासत में लेने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि ये उनके क्षेत्र के वोटर हैं इनके खिलाफ कोई भी अपराध दर्ज नहीं है. बावजूद इसके पुलिस इन्हें परेशान कर रही है. यदि किसी परिवार की मानव तस्करी या देह व्यापार में किसी भी तरह की संलिप्तता नहीं है तो उन्हें तुरंत छोड़ा जाए. बता दें कि इससे पहले भी पुलिस ने इन दोनों गांव में अवैध रूप से रखी गई लड़कियों को पकड़ा था.
(Gwalior Police Raid in red light area) (Minor girl recovered in Gwalior)