ग्वालियर। चंबल अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य चिकित्सालय समूह सहित मुरार जिला अस्पताल में इन दिनों कोरोना वायरस को लेकर विशेष ओपीडी चलाई जा रही है, लेकिन वहां बैठने वाले डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कोई किट नहीं है, इसको लेकर मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि डॉक्टर मरीज के सबसे ज्यादा निकट संपर्क में आता है और कोरोना के खिलाफ जंग में फ्रंटलाइन वॉरियर के रूप में डॉक्टर काम कर रहे हैं ऐसे में यदि डॉक्टरों को दी गई सुरक्षा के उच्च मानक स्तर की नहीं होगी तो किस तरह से अपना बचाव कर सकेंगे.
डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें जो किट प्रदान की गई है उसमें पूरी तरह कवर नहीं होती है. चेहरा, पैर और हाथ खुले रहते हैं. एहतियात के तौर पर वे सुरक्षा अपना रहे हैं लेकिन दिल्ली मुंबई जैसे महानगरों में डॉक्टरों को जो सुरक्षा किट प्रदान की गई है उसी तरह की किट ग्वालियर के डॉक्टरों को भी मिले तो वह और ज्यादा सक्रियता से काम कर सकेंगे. इसके लिए एसोसिएशन ने अस्पताल अधीक्षक सहित वरिष्ठ अधिकारियों मामले को जल्द संज्ञान लेने की अपील की है.