ग्वालियर। शहर के ऐतिहासिक स्थल महाराज बाड़े के नजदीक स्काउट एवं गाइड भवन में डिजिटल म्यूजियम और प्लेनेटोरियम प्रोजेक्ट का काम अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है. उम्मीद की जा रही है कि यहां बनाया जा रहा डिजिटल म्यूजियम इस महीने के आखिरी सप्ताह तक शुरू हो सकता है. यहां आकर पर्यटक 16 गैलरियों में सजे ग्वालियर के इतिहास, आभूषण हस्तशिल्प और अन्य आधुनिक चीजों को देख सकेंगे.
ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा विकसित किए जा रहे डिजिटल म्यूजियम से स्थानीय कलाकारों की कला को भी जोड़ा जाएगा. स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह ने बताया कि डिजिटल म्यूजियम में एक डिजिटल वॉल का प्रावधान है, जहां हेरिटिज थीम पर आधारित चित्रों को डिजिटल माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा. इसमें केवल आर्ट, प्री हिस्टोरिकल आर्ट आदि ऐब्स्ट्रैक्ट आर्ट को शामिल किया जाएगा.
स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन ने इसके लिए स्थानीय कलाकारों को आमंत्रित किया है, उनसे 15 अगस्त तक रजिस्ट्रेशन कराने की अपील की है. स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन स्थानीय कलाकारों को हेरिटेज वाल पर प्रदर्शित करेगा. वह स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर जाकर पूरी जानकारी अपलोड भी कर सकते हैं. डिजिटल म्यूजियम के साथ यहां प्लेनेटोरियम भी बनाया जा रहा है इसके पूरा होने में करीब 3 महीने और लग सकते हैं.
ये होगा डिजिटल म्यूजिम में
म्यूजिम में इंटर एक्टिव टच वीडियो, बायोमैट्रिक डिवाइस, वीआर हेंडसेट, ग्वालियर किले का इतिहास, सूचना प्रदर्शन मुद्रित पैनल, मीडियो कियोस्क, पैदल प्रदर्शन, मीडिया वॉल, वर्चुअल मिरर, प्रोजेक्टर के माध्यम से भित्ती चित्र दीवारों पर दिखाए जाएंगे, इंटरएक्टिव संगीत खेल (इनको पर्यटक खेल भी सकते हैं), साधना प्रदर्शन, विभिन्न तरह के पुतले, पारंपरिक घर की वस्तुएं आदि रखी जाएंगी.