ग्वालियर। देश में समान नागरिक संहिता लागू किए जाने को लेकर अयोध्या के संत कमलनयन दास जी महाराज ने बड़ा बयान दिया है. संत ने कहा है कि हमारे लिए सबसे बड़ा राष्ट्र है, राष्ट्र है तो हम हैं हमारी अस्मिता है, हमारे मठ मंदिर हैं. राष्ट्र नहीं तो कुछ भी नहीं है. राष्ट्र की रक्षा के लिए सरकार को अब समान नागरिक संहिता लागू करनी चाहिए. उन्होंने दावा किया कि जनसंख्या पर भी तभी नियंत्रण हो सकता है. उन्होंने आर्टिकल 30 पर भी अपनी राय रखी.
विश्वासघात कर लगाई गई थी धारा 30: संत कमलनयन दास महाराज ने कहा कि विधर्मियों ने हिन्दुओं और राष्ट्र के साथ विश्वासघात करके धारा 30 लगाई थी. उन्होंनें कहा की उस धारा में लिखा है कि, कुरान और बाइबिल पढ़कर व्यक्ति IAS की परीक्षा दे सकता है, लेकिन आप अपने विद्यालयों में गीता और रामायण पढ़ाएंगे तो आपकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी. इसके अलावा धारा 30 में तत्कालीन प्रधानमंत्री ने लिखवाया था कि हिन्दुओं के मठ मंदिरों में रिसीवर होगा. कमलनयन दास जी ने कहा कि दक्षिण भारत के जितने भी मंदिर हैं सब राजाओं के बनाए हुए हैं, और राजाओं का सारा धन मंदिरों में ही रखा था,लेकिन मंदिरों में रिसीवर नियुक्त कर दिया गया, जिसका सारा पैसा सरकारी कोश में जाएगा. इसके अलावा भी उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी.
राष्ट्र की रक्षा हमारा कर्तव्य: उन्होंने कहा कि धारा 30 का लागू किया जाना, हिन्दुओं के साथ ही नहीं राष्ट्र के साथ भी बहुत बड़ा कुठाराघात था. राष्ट्रद्रोहियों ने उस समय ऐसा किया था , लेकिन अब समय आ चुका है कि राष्ट्र की रक्षा के लिए हमें सरकार पर दबाव बनाना होगा. उन्होंने कहा कि अब जनसंख्या की विषमता बढ़ती जा रही है, उस विषमता को रोकने के लिए हम जल्दी से जल्दी प्रयास कर रहे हैं. इस बारे में सरकार से बात किए जाने के सवाल पर संत कमलनयन दास जी महाराज ने कहा है कि हमारी बात हो रही है. सरकार और हम सभी का कर्तव्य है कि जनसंख्या नियंत्रण अपनाया जाए. उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी जी का लक्ष्य ही है राष्ट्र की रक्षा करना. हमारी सरकार से चर्चा चलती रहती है. महाराज ने कहा कि आर्टिकल 30 हटाने के लिए मोदी जी जल्द ही प्रयास करेंगे.