छिंदवाड़ा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का कहना है कि लोकसभा में किसी भी बड़े नेता के पुत्र या पत्नी को टिकट नहीं दिया जाएगा, लेकिन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को छिंदवाड़ा से मैदान में उतारने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. खास बात ये कि प्रदेश सरकार के मंत्री उनके लिए प्रचार में जुट गए हैं.
छिंदवाड़ा में चल रहे तीन दिवसीय आदिवासी संस्कृति के कार्यक्रम आदिरंग को देश के आदिवासियों को समर्पित किया गया था. लेकिन, आदिवासियों का ये कार्यक्रम लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार का माध्यम बन कर उभरा. इस कार्यक्रम में आदिवासी मंत्री ओंकार सिंह मरकाम ने शिरकत की. यहां उन्होंने मुख्यमंत्री के बेटे नकुलनाथ को छिंदवाड़ा लोकसभा का भविष्य बताया.
इतना ही नहीं, कार्यक्रम के समापन के मौके पर जिले के प्रभारी मंत्री सुखदेव पांसे ने भी नकुलनाथ को छिंदवाड़ा का भावी सांसद बताते हुए उनका साथ देने की बात कही. जिले में 6 दिनों तक लगातार बैठक और सभाओं को संबोधित कर नकुलनाथ ने यह तो साबित कर दिया है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की कमान संभालने को तैयार हैं.
वहीं, मध्यप्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्रियों ने भी मुख्यमंत्री के बेटे को लोकसभा में पहुंचाने के लिए कमर कस ली है. बता दें कि यह पहला मौका है जब मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे अकेले सरकारी कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे हैं. छिंदवाड़ा में एक दिवसीय जिला स्तरीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया.
सम्मेलन रानी कोठी में आयोजित किया गया. यहां मुख्य अतिथि के रूप में नकुलनाथ को बुलाया गया. इस दौरान नकुलनाथ ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता माता-बहनें छिंदवाड़ा की रीड़ की हड्डी हैं. उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सभी को खुशखबरी मिलने वाली है, उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का नियमितीकरण करने की मांग मुख्यमंत्री से की है.