भोपाल। कांग्रेस अध्यक्ष पद के दावेदार शशि थरूर ने भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर कांग्रेस प्रतिनिधियों से चुनाव में अपने लिए समर्थन मांगा. कांग्रेस डेलीगेट्स से चर्चा के दौरान शशि थरूर ने कहा कि कार्यकर्ताओं को महसूस नही होता कि वे भी पार्टी के भागीदार हैं. 22 साल बाद ऐसा मौका आया है, जब पीसीसी डेलीगेट्स को वोट डालने का मौका मिला है. उन्होंने कहा कि आज पार्टी कार्यकर्ताओं का केंद्रीय नेतृत्व से मिलना आसान नहीं है. मैं चाहता हूं कि कि पार्टी अध्यक्ष जो भी बने वो ऐसा हो जो कम से कम सप्ताह में दो बार कार्यकर्ताओं से तो मिले. थरूर ने गांधी परिवार की तारीफ करते हुए कहा कि चुनाव को लेकर वे पूरी तरह निष्पक्ष हैं.
खड़गे के समर्थन में गहलोत के प्रचार पर उठाए सवाल: कांग्रेस अध्यक्ष के उम्मीदवार थरूर ने चुनाव में निष्पक्षता को लेकर उठे सवालों को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मल्लिकार्जुन खड़गे के समर्थन में प्रचार करने पर कहा कि यह पार्टी के चुनाव अधिकारी को देखना चाहिए, हालांकि उन्होंने मध्यप्रदेश को लेकर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि कई राज्यों में जाने पर पीसीसी चीफ और नेता प्रतिपक्ष ने मुझसे मुलाकात तक नहीं की, लेकिन यहां कमलनाथ और सीएलसी लीडर मुझसे मिले. उन्होंने कहा कि चुनाव में वोटिंग गोपनीय है, सभी अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर वोट डालेंगे.
खड़गे जीतें या मैं जीत पार्टी की होगी: थरूर ने इस दौरान गांधी परिवार की तारीफ करते हुए कहा कि पार्टी में अध्यक्ष पद का चुनाव पार्टी में उत्साह भरने वाला है, गांधी परिवार के बिना इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी. उन्होंने यह भी कहा कि बिना गांधी परिवार के कांग्रेस की कल्पना भी नहीं हो सकती. थरूर ने कहा कि जो भी अध्यक्ष बनेगा वह गांधी परिवार के सहयोग के साथ संविधान के तहत काम करेगा. राहुल गांधी जो यात्रा कर रहे हैं, वह पार्टी के लिए अच्छा है. चुनाव से यह सिद्ध हो गया कि कांग्रेस की मजबूती बढ़ती जा रही है. थरूर ने साफ किया कि खड़गे और हमारे बीच कोई दुश्मनी नहीं है. वे हमारे और पार्टी के सीनियर लीडर हैं. हम पब्लिक के सामने भी मजबूत कांग्रेस को दिखाना चाहते हैं. चुनाव में खड़गे की जीत हो या मेरी, हम यही चाहते हैं कि कांग्रेस की जीत हो.
थरुर एमपी आकर क्यों है खुश: शशि थरूर ने कहा कि वह मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के नेताओं से मिलकर काफी खुश हैं. यहां उन्हे जो सत्कार मिला और स्वीकार्यता मिली ऐसा कई राज्यों में नहीं हुआ. थरूर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को होने वाले चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ खडे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव का परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित होगा. थरूर ने मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, विपक्ष के नेता गोविंद सिंह से मुलाकात की. उनके साथ दिग्विजय सिंह के विधायक भाई लक्ष्मण सिंह साथ थे.
MP से है वोट की उम्मीद: थरूर ने कहा, "यह सच है कि मुझे अन्य राज्यों में ऐसा स्वागत नहीं मिला. पार्टी के 9000 प्रतिनिधियों में से, एमपी से 502 के वोट डालने की उम्मीद है।" उन्होने यह भी कहा कि, "खड़गे के साथ मेरी कोई दुश्मनी नहीं है, चुनाव के बाद भी हम पहले की तरह साथ काम करने जा रहे हैं" यह पूछे जाने पर कि क्या वह कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में चुने जाने पर एकतरफा निर्णय लेना शुरू कर सकते हैं? कुछ पूर्व कांग्रेस प्रमुख जिसमें सीताराम केसरी, जो 1996 और 1998 के बीच शीर्ष पद पर थे, उन पर पार्टी के एक वर्ग द्वारा आरोप लगाया गया था, थरूर ने कहा कि वह सभी को लेंगे और सबके साथ-साथ चलेंगे. थरूर ने जोर देकर कहा, "कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष गांधी परिवार को अलग नहीं रख सकता". PTI इनपुट के साथ ब्यूरो रिपोर्ट