भोपाल। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व हरदा से वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में 13 जनवरी को अत्यंत नाजुक हायत हायत में लाया गया बाघ के स्वास्थ्य में काफी सुधार हुआ है. लगातार बाघ की वन प्राणी चिकित्सकों द्वारा निगरानी की जा रही है.
घायल बाघ का उपचार वन विहार के डॉ अतुल गुप्ता द्वारा अन्य पशु चिकित्सकों के सहयोग से किया जा रहा था. इस घायल बाघ की गतिविधियों पर सतत निगरानी रखी गई जा रही है. इसके बेहतर रख रखाव एवं उपचार के कारण इसके स्वास्थ्य में काफी सुधार दिख रहा है.
बाघ के सिर और पैर मे आई थी गंभीर चोट
बाघ के सिर के घाव लगभग भर चुके हैं, पैर के घाव में भी काफी सुधार हो गया है. बाघ न सिर्फ अपने पैरों पर भी खड़ा हो रहा है, बल्की पिंजड़े में आने-जाने वोलों को देखकर उछल-कूद भी मचा रहा है.
निगरानी के लगे कैमरे को किया क्षतिग्रस्त
बाघ की निगरानी के लिये उसे क्लोज बाड़े मे रखा गया है, जिस के लागतार हरकतों को कैमरे से नजर रखी जा रही थी, लेकिन बदनाश बाध कैमरे को ही तोड़ दिया गया है. हलांकि वन विहार की टीम नई कैंमरे इंस्ट्रॉल कर रही है.