भोपाल/खंडवा। खरगौन ( khargone) जिले में पुलिस हिरासत में आदिवासी युवक की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा कि अब खंडवा (Khandwa) में पुलिस हिरासत में मौत की खबर आई है. बताया जा रहा है कि एक युवक को बाइक चोरी के मामले में ओमकारेश्वर थाना पुलिस (Omkareshwar Police Station) ने पकड़ा था. घटना के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने थाना प्रभारी और एएसआई सहित 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड (4 Policemen Suspended) कर दिया है. साथ ही मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं.
हिरासत में मौत पर गृहमंत्री ने क्या कहा
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने बताया कि खंडवा जिले के ओंकारेश्वर थाने में बाइक चोरी के आरोप में एक शख्स को ओमकारेश्वर पुलिस ने (Omkareshwar Police Station) पकड़ा था. उसके भाई और अन्य साथियों के साथ मोटरसाइकिल चोरी के आरोप में थाने लाया गया था. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि युवक के भाई के मुताबिक उसे सांस की बीमारी थी. मौत की असली वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आने के बाद पता चलेगा. फिर भी मामले की गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष जांच के आदेश दे दिए गए हैं. टीआई, एएसआई और दो सिपाहियों को निलंबित (4 Policemen Suspended) कर दिया गया है.
ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक खरगोन ( khargone) के गोगावा निपानी निवासी को बाइक चोरी के आरोप में सोमवार को पुलिस पकड़कर थाने लाई थी. आरोपी से बाइक बरामद कर ली थी. पुलिस ने उससे पूछताछ की. रात के करीब 12 बजे उसे घबराहट होने लगी. पुलिस (Omkareshwar Police Station) उसे ओंकारेश्वर के सरकारी अस्पताल ले गई, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
बिस्टान थाने में भी हुई थी पुलिस हिरासत में मौत
बीते दिनों बिस्टान थाना क्षेत्र की पुलिस ने चोरी के आरोप में एक युवक को पकड़ा था. युवक का नाम बिसन (35) निवासी माखेरकुंडी था. पुलिस आदिवासी युवक को थाने में लेकर पहुंची, जहां उसकी मौत हो गई. मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि बर्बरता से पीटने के कारण उसकी मौत हुई है.
मौत के बाद ग्रामीणों ने थाने पर किया पथराव
मौत की सूचना मिले के बाद ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर पथराव शुरू कर दिया और वाहनों में तोड़फोड़ की. इसके बाद भीड़ को देख थाने में मौजूद स्टाफ कर्मचारी जान बचाकर बाहर भाग गए. इस घटना में पुलिस जवान (Khargone Police) भी घायल हो गए. बाद में भारी पुलिस बल को बुलाया गया. पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को खदेड़ा.
आदिवासी युवक की मौत के बाद मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया. कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोलना शुरू कर दिया. सीएम शिवराज (CM Shivraj Singh Chouhan) ने आनन-फानन में जांच के आदेश दिए और जेल के प्रहरी सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने सभी अधिकारियों को जांच के आदेश दे दिए और कहा कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाए. इधर, कांग्रेस ने पीड़ित परिवार के लिए एक करोड़ रुपये का मुआवजा और सीबीआई जांच की मांग की है.