भोपाल। पूरे देश में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लगाया गया है. साथ ही सरकार सभी से सोशल डिस्टेंस का पालन करने की अपील कर रही है लेकिन भोपाल में बीसीएलएल के ड्राइवर और कंडक्टरों के प्रदर्शन के चलते लॉकडाउन की पूरी तरह से धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. भोपाल शहर की लाइफलाइन कहे जाने वाली बीसीएलएल बस के ड्राइवर और कंडेक्टर सैलरी नहीं मिलने से परेशान होकर लॉकडाउन के दौरान ही विरोध प्रदर्शन करने लगे हैं. इन सभी को पिछले तीन महीने से सैलरी नहीं मिली है जिसके कारण खाने तक की दिक्कत आ रही है.
कर्मचारियों का कहना है कि अधिकारी एक दूसरे पर सैलरी देना बोलकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं. न कंपनी, न नगर निगम, न बीसीएलएल पेमेंट दे रही है जिससे वो काफी परेशान हैं. जब इसको लेकर शिकायत करने की बात करते हैं तो नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है. साथ ही कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि पिछले 10 महीने से ड्राइवर और कंडक्टर का पीएफ तक नहीं कटा है.
ड्राइवर और कंडेक्टर भले ही अपनी समस्या को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि कोरोना के कारण शहर में लॉकडाउन घोषित है उसके बावजूद इतनी भीड़ जमा कैसे हुई. पुलिस को पहले क्यों नहीं पता चला.