भोपाल। मध्यप्रदेश के एक किलोवाट तक के संयोजित भार वाले घरेलू उपभोक्ताओं के लिए एक राहत भरी खबर है. अब एक रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से इन उपभोक्ताओं को बिल का भुगतान करना होगा. राज्य सरकार 'मुख्यमंत्री विद्युत बिलों में राहत-2022" योजना लागू कर रही है. इसके तहत 31 अगस्त 2020 की स्थिति में बिजली बिल की बकाया मूल और अधिभार राशि माफ की जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) आज गुरुवार को कटनी जिले के स्लीमनाबाद से योजना का शुभारंभ करेंगे. 88 लाख बिजली उपभोक्ताओं को 6,414 करोड़ रुपयों की राहत दी जाएगी. इस मौके पर वे उपभोक्ताओं को राहत का प्रमाण पत्र भी देंगे.
राहत के बाद आफत: एक तरफ जहां 88 लाख बिजली उपभोक्ताओं के बिल माफ कर सरकार राहत देने वाली है, वहीं दूसरी तरफ कल यानी 8 अप्रैल 2022 से महंगी बिजली का झटका देने वाली है. प्रदेश में बिजली की दरों में 2.64 फीसदी प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है. नई दरें 8 अप्रैल से लागू होंगी. प्रति यूनिट बिजली 8 पैसे से लेकर 12 पैसे तक महंगी हो जाएगी. वहीं फिक्स चार्ज भी 5 से लेकर 12 रुपए तक महंगा कर दिया गया है. राज्य विद्युत नियामक आयोग के अनुसार 2022-23 के लिए 45 हजार 971 करोड़ रुपए की जरूरत है. वर्तमान विद्युत दर में राजस्व अंतर की राशि 1,181 करोड़ रूपए है और उसकी भरपाई के लिए ही बढ़ोतरी की गई है.
जानिए कितना आयेगा बिल, ये हैं नई दरें: 50 यूनिट तक की खपत के मौजूदा दाम 4.13 रुपए है, जबकि नए दाम 4.21 रुपए होंगे. फिक्स चार्ज 64 रुपए से बढ़कर 69 रुपए प्रति कनेक्शन हुआ है. 51 से 150 यूनिट तक की खपत के दाम 5.05 रुपए से बढ़कर 5.17 रुपए किये गए हैं. फिक्स चार्ज 109 रुपए से बढ़कर 121 रूपए प्रति कनेक्शन हो गया है. 150 से 300 यूनिट तक की खपत का मौजूदा दर 6.45 रुपए है और नई दरें 6.55 रुपए हो गई है. वहीं फिक्स चार्ज 24 रुपए से बढ़कर 26 रुपए प्रति शून्य दशमलव एक किलोवॉट हुआ. 300 यूनिट से ज्यादा की खपत की दर 6.65 से बढ़कर 6.74 रुपए हो गई है. फिक्स चार्ज 25 रुपये से बढ़कर 27 रुपए प्रति शून्य दशमलव एक किलोवॉट हो गया.
(Electricity consumers bills will be waived in MP) (Highest over bridge built in katni) (Electricity expensive in MP from 8 april)