नई दिल्ली : महंगाई को लेकर परेशान देशवासियों के लिए राहत भरी खबर है. सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, खुदरा मुद्रास्फीति (महंगाई) अक्टूबर में घटकर 6.77 प्रतिशत रही, जो सितंबर महीने में 7.41 प्रतिशत थी. मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी के कारण खुदरा महंगाई कम हुई है. हालांकि यह लगातार 10वां महीना है, जब खुदरा मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक की तय सीम से ऊपर रही.
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति इस साल जनवरी से ही छह प्रतिशत की संतोषजनक सीमा से ऊपर बनी हुई है. सरकार ने केंद्रीय बैंक को खुदरा मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत के दायरे में रखने की जिम्मेदारी दी हुई है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के ताजा आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 7.01 प्रतिशत रही जो सितंबर महीने में 8.6 प्रतिशत थी.
ये भी पढ़ें : थोक महंगाई अक्टूबर में घटकर 8.39 प्रतिशत पर, 19 माह का निचला स्तर
आरबीआई मौद्रिक नीति बारे में निर्णय करते समय मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति पर ही गौर करता है. सोमवार को ही थोक मुद्रास्फीति के आंकड़े भी जारी किए गए. इसके मुताबिक खाद्य, ईंधन और विनिर्मित उत्पादों के दाम कम होने से थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अक्टूबर महीने में घटकर 19 महीने के निचले स्तर 8.39 प्रतिशत पर आ गई.
(पीटीआई)