नई दिल्ली: भारत निवेशकों के विश्वास को मजबूत करने के लिए सभी पक्षों के विचार या सुझाव सुनने को तैयार है ताकि वे देश के विकास में निवेश और भागीदारी कर सकें. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यह बात कही.
गोयल ने रविवार रात को लंदन में प्रवासी भारतियों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि भारत सरकार श्रेष्ठ प्रौद्योगिकी के साथ अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के भरोसे को मजबूत करने के लिए चौतरफा सुझावों की तलाश कर रही है ताकि वे भारत आएं और निवेश कर सके.
अमेरिका और ब्रिटेन के साथ व्यापार पर चर्चा करते हुए गोयल ने कहा कि भारत वार्ता की मेज पर बैठेगा और दोनों देशों के साथ साझा मुद्दों पर बात करेगा.
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उन्होंने कहा कि "स्पष्ट रूप से कुछ दिक्कतें हैं, जिनकी वजह से समझौता करना मुश्किल हो सकता है लेकिन व्यवसायिक लेनदेन या एक अच्छे सौदे पर बातचीत करते समय किसी भी परेशानी को हल करना असंभव नहीं होगा."
उन्होंने कहा कि हर देश को अपने राष्ट्रीय हितों, वैधानिक संप्रभुता और अपने नागरिकों की रक्षा करनी चाहिए. गोयल ने प्रस्तावित आरसीईपी समझौते के संबंध में कहा कि भारत उचित समझौते के लिए कार्य कर रहा है. यह देश के हितों की रक्षा करेगा और अनुचित बाजार पहुंच की इजाजत नहीं देगा.
उन्होंने कहा, "आज के बाद कोई भी समझौता अथवा वाणिज्य पर व्यापार समझौता भारत के हितों, देश की संप्रभुता की आवश्यकताओं और नागरिकों के हितों की कीमत पर नहीं होगा."